प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मौलाना अबुल कलाम आजाद और आचार्य जे.बी. कृपलानी को उनकी जयंतियों पर श्रद्धांजलि अर्पित की. मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘भारतीय इतिहास के दो दिग्गजों को श्रद्धांजलि. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन और उसके बाद देश के निर्माण में उनके योगदान बेहद लाभदायक रहे.’ एक शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे, जिन्होंने शिक्षित राष्ट्र की नींव रखी. मरणोपरांत उन्हें सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया. साल 2008 से उनकी जयंती 'राष्ट्रीय शिक्षा दिवस' के रूप में मनाई जा रही है.
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अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दिन के रूप में आजाद का जन्म 1888 में मक्का में हुआ था. दिल्ली में 22 फरवरी 1958 को उनका इंतकाल हुआ. वहीं, जीवटराम भगवानदास कृपलानी का जन्म भी 1888 में हैदराबाद में हुआ था, जो अब पाकिस्तान के सिंध प्रांत में है. साल 1917 में कृपलानी सबसे पहले चम्पारण सत्याग्रह के दौरान महात्मा गांधी के संपर्क में आए, जिसके बाद वह एक पूर्ण समर्पित राष्ट्रवादी बन गए.
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ब्रिटिश राज से 1947 में सत्ता के हस्तांतरण के दौरान वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे. 19 मार्च 1982 को आचार्य कृपलानी का देहांत हो गया.
Tributes to two stalwarts of Indian history, Maulana Abul Kalam Azad and Acharya JB Kripalani on their birth anniversaries. Their contribution towards India’s freedom movement and after was extremely beneficial in the building of our nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2017
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अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दिन के रूप में आजाद का जन्म 1888 में मक्का में हुआ था. दिल्ली में 22 फरवरी 1958 को उनका इंतकाल हुआ. वहीं, जीवटराम भगवानदास कृपलानी का जन्म भी 1888 में हैदराबाद में हुआ था, जो अब पाकिस्तान के सिंध प्रांत में है. साल 1917 में कृपलानी सबसे पहले चम्पारण सत्याग्रह के दौरान महात्मा गांधी के संपर्क में आए, जिसके बाद वह एक पूर्ण समर्पित राष्ट्रवादी बन गए.
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ब्रिटिश राज से 1947 में सत्ता के हस्तांतरण के दौरान वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे. 19 मार्च 1982 को आचार्य कृपलानी का देहांत हो गया.
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