प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान ने शुक्रवार को बिश्केक में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान एक-दूसरे का अभिवादन किया. आधिकारिक सूत्रों ने यह बताया. उन्होंने बताया कि यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर नेताओं के लाउंज में पीएम मोदी और इमरान खान ने एक दूसरे का अभिवादन किया. मोदी और खान दोनों यहां एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आए हैं. दो सप्ताह पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने-अपने भारतीय समकक्षों को पत्र लिखकर द्विपक्षीय वार्ता को फिर से शुरू करने की हिमायत की थी. खान ने 26 मई को मोदी को टेलीफोन कर दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए साथ मिलकर काम करने की इच्छा प्रकट की थी.
SCO समिट के दौरान PM मोदी और इमरान खान के बीच दुआ-सलाम भी नहीं हुई: रिपोर्ट
दूसरी तरफ, खबर है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक कार्यक्रम संबंधी वजहों से शुक्रवार को रद्द करनी पड़ी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा तय कार्यक्रम के मुताबिक मोदी दोपहर 3:35 (स्थानीय समयानुसार) पर रूहानी से मुलाकात करने वाले थे. एससीओ नेताओं के लिए आयोजित भोज के तय समय से अधिक चलने की वजह से दोनों नेताओं की मुलाकात नहीं हो पाई. मोदी एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिवसीय दौरे पर किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में बृहस्पतिवार को पहुंचे. मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से द्विपक्षीय मुलाकात की. साथ ही शुक्रवार को उन्होंने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सोरोनबे जीनबेकोव से भी बातचीत की.
ऐसी उम्मीद थी कि मोदी और रूहानी के बीच ईरानी तेल पर अमेरिकी प्रतिबंध एवं चाबहार बंदरगाह परियोजना को लागू करने समेत तमाम अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. इस बैठक का बहुत इंतजार था क्योंकि यह ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका एवं ईरान के बीच बढ़े तनाव के बीच होने वाली थी. ईरान से तेल खरीदने की भारत एवं अन्य सात देशों को अमेरिकी प्रतिबंधों से दी गई छूट की अवधि दो मई को खत्म हो गई थी क्योंकि अमेरिका ने इसे बढ़ाया नहीं था. इससे पहले पिछले महीने ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने भारत एवं अन्य देशों को मिली छूट को जारी नहीं रखने के अमेरिकी फैसले के तहत भारत का दौरा किया था. विश्व का तीसरा बड़ा तेल उपभोक्ता भारत तेल की अपनी 80 फीसदी जरूरतों को आयात के जरिए पूरा करता है. हाल फिलहाल तक इराक एवं सऊदी अरब के बाद ईरान उसका तीसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता था. (इनपुट-भाषा)
Video: पीएम मोदी और इमरान खान के बीच नहीं हुई बातचीत- सूत्र
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं