
जापान के ओसाका में हुई पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात
10 बड़ी बातें
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, हम एक अच्छे दोस्त बन चुके हैं. मैं आश्वासन दे सकता हूं कि सेना के साथ-साथ हम कई मुद्दों पर साथ काम करेंगे. आज हम व्यापार पर चर्चा करेंगे.' आपको बता दें कि इसी महीने भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर 28 फीसदी टैरिफ बढ़ा दिया है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अमेरिकी ने भारत को दिए व्यापार तरजीही दर्जा वापस ले लिया था.
गुरुवार को किए गए एक ट्वीट में अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से कहा गया था कि भारत की ओर से लगाया गया टैरिफ एकदम अस्वीकार्य है. इसको वापस लेने की मांग की गई थी. ट्रंप की ओर से कहा गया कि वह इस मुद्दे पर पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, कहा जा रहा है कि भारत की ओर से लगाया टैरिफ उतना ज्यादा नहीं है जितना की दूसरे विकासशील देशों ने लगाया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा व्यापारिक समझौते राष्ट्रीय हितों पर हावी नहीं होने देंगे.
हालांकि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत का रूस के साथ किए गए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम पर समझौते पर कोई चर्चा नहीं की है. इस डील पर अमेरिका ने चिंता जताई थी. अमेरिकी ने इस डील को तोड़ने का दबाव डाला था.बाद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत अपने हितों के हिसाब चलेगा.
मुलाकात के दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी को चुनाव जीतने पर बधाई दी और कहा कि आप इसके हकदार हैं. अपने सबको साथ लाने का काम किया है.
ईरान के मुद्दे पर भारत की ओर से बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा गया कि हमारा मुख्य लक्ष्य था कि स्थायित्व को कैसे सुनिश्चित किया जाए. सिर्फ के ऊर्जा के क्षेत्र में ही नहीं खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीयों को भी अस्थायित्व प्रभावित कर सकता है.
इस मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे और ट्रंप से त्रिस्तरीय बातचीत भी की. इसके अलावा पीएम मोदी ने ब्रिक्स नेताओं से भी मुलाकात की.
गुरुवार को शिंजो आबे के साथ हुई मुलाकात में पीएम मोदी ने दोनों देशों से द्विपक्षीय बातचीत की.
जापान जाने से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि दो दिवसीय ओसाका सम्मेलन भारत में 2022 में होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिहाज से काफी अहम है.
आपको बता दें कि जी-20 में यूरोपीय संघ के साथ 19 देश शामिल हैं.