
अटल जी की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी.
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पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की याद में आयोजित की गई प्रार्थना सभा
पीएम मोदी ने कहा कि वह नाम से ही अटल नहीं, निर्णय में भी अटल थे
अटल जी का जबतक शरीर ने साथ दिया वह देश के लिए ही जिए
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Atal Ji's life was for the people of India. In his youth itself he had decided that he wanted to serve his fellow Indians. He entered politics when only one party dominated the political discourse: PM Narendra Modi at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting in Delhi. pic.twitter.com/NmbIArHUfI
— ANI (@ANI) August 20, 2018
इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में प्रार्थना सभा का आयोजन
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की याद में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित प्रार्थना सभा में कहा पीएम मोदी ने कहा कि अटल किशोर अवस्था से लेकर अंत तक जबतक शरीर ने साथ दिया वह देश के लिए ही जिए. पीएम मोदी ने कहा कि जीवन कैसा हो यह हमारे हाथ में है. अटल जी ने जी करके दिखाया कि जीवन कैसा हो, क्यों हो, किसके लिए हो कैसे हो. जीवन सच्चे अर्थ में वहीं जी सकता है जो पल को जीना जानता है और पल-पल को जिसने जीकर के जिंदगी को सजाया, संवारा और जनसामान्य के लिए खपा दिया. किशोर अवस्था से लेकर जीवन के अंत तक शरीर ने जब तक साथ दिया वे जिए, देश के लिए, देशवासियों के लिए, उसूलों के लिए और उस काल में राजनीतिक जीवन में जब राजनीति के मुख्यधारा के निकटवर्ती कोई अन्य विचार या व्यवस्था दूर-दूर तक नजर नहीं आती थी. इतना ही नहीं देश का एक लंबा कालखंड, सार्वजनिक जीवन में खासकर राजनीतिक जीवन में छुआछूत का कालखंड रहा. अपमानित होने के पल-पल प्रयास होते थे. झेलना पड़ता था.
Granddaughter of #AtalBihariVajpayee, Niharika and his daughter Namita Bhattacharya at the prayer meeting for him in Delhi. pic.twitter.com/NYJC6FuveS
— ANI (@ANI) August 20, 2018
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पीएम मोदी राज्य बंटवारे पर भी अटल जी को किया याद
उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड का विभाजन कर अटल ने यह साबित किया कैसे बिना किसी कटुता के और व्यवस्थाओं में अफरा-तफरी के बिना सबको साथ लेकर निर्णय कैसे किया जाता है. पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश नतीजे देख रहा है कि तीनों राज्य अपने बलबूते पर राज्य का विकास निभा रहे हैं. अटलजी की दूरदर्शिता का परिणाम था कि तीनों राज्यों को हम पनपते देख रहे हैं.'
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बता दें कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले बीजेपी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में 16 अगस्त को निधन हो गया. वाजपेयी जी को गुर्दा (किडनी) की नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. मधुमेह पीड़ित 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता था.
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