राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व वाली कांग्रेस (Congress) पार्टी ने कल घोषित केंद्र की राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetisation Pipeline) पर आज कड़ा प्रहार किया. कांग्रेस ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य "2-3 निजी खिलाड़ियों" की मदद करना है. उसने साथ ही भाजपा के इस आरोप का विरोध किया कि कांग्रेस के शासन में भारत में कोई विकास नहीं हुआ. मुद्रीकरण योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप "केवल कुछ व्यवसाय बचे रहेंगे" और रोजगार के अवसर कम हो जाएंगे.
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "मैं युवाओं को बताना चाहता हूं कि देश क्या बेच रहा है और कौन सी संपत्ति किसके पास जा रही है." उन्होंने कहा कि, "यह 2 से 3 निजी खिलाड़ियों को बेचा जा रहा है...मैंने कोरोना पर बात की, आप सभी हंसे और आपने देखा, और मैं यह कह रहा हूं कि इसका इस देश के भविष्य पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा."
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल 6 लाख करोड़ रुपये की मुद्रीकरण योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निजी कंपनियों को शामिल करके "अनलॉकिंग वैल्यू" करना है. निजी निवेश प्राप्त करने के लिए 25 हवाई अड्डों, 40 रेलवे स्टेशनों और 15 स्टेडियमों सहित अन्य प्रतिष्ठानों की पहचान की गई है.
"रेलवे की 1.5 लाख करोड़ रुपये" में संपत्ति देने जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए, राहुल गांधी ने सेक्टर के कर्मचारियों को चेतावनी दी कि इस तरह के कदम का उनके लिए संभावित अर्थ क्या है. इसी तरह उन्होंने "वेयरहाउसिंग पर 29,000 करोड़ रुपये" को लेकर जोर दिया और कहा, "आप जानते हैं कि यह किसके पास जा रहा है... आप सभी जानते हैं कि बंदरगाह और हवाई अड्डे किसे मिल रहे हैं. यह एक कंपनी को जा रहा है."
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर उनकी अदानी समूह और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे व्यापारिक समूहों के साथ कथित निकटता को लेकर हमला किया है.
आज अपने राजनीतिक हमले में विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा की ओर से कांग्रेस की लगातार आलोचना का भी हवाला दिया जिसके मुताबिक आजादी के बाद से दशकों तक कांग्रेस की सरकारों ने देश में कोई विकास नहीं किया है. राहुल गांधी ने कहा, "भाजपा का नारा था कि 70 वर्षों में कोई विकास नहीं हुआ. कल वित्त मंत्री ने पिछले 70 वर्षों में निर्मित सभी संपत्तियों का मुद्रीकरण करने के निर्णय की घोषणा की."
राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया कि भाजपा को कम से कम अब यह स्वीकार करना चाहिए कि कांग्रेस की सरकारों ने देश की संपत्ति का निर्माण किया है.
At least now, BJP should acknowledge that national assets were created since independence by successive @incIndia govts so that today's BJP goverment can sell them to overcome the financial mess created in last 7 years of their misgovernance! https://t.co/lVJP2Jcnfc
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 24, 2021
मुद्रीकरण योजना का जिक्र करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि इतनी बड़ी कवायद के लिए कोई मानदंड या लक्ष्य नहीं थे. उन्होंने पूछा कि, "क्या उन्होंने हितधारकों, यूनियनों आदि से परामर्श किया है? यह सब नीति आयोग में रचा गया था. क्या यह एकमात्र लक्ष्य हो सकता है, किराए के माध्यम से पैसा प्राप्त करना? 1.5 लाख करोड़ प्राप्त करना?"
उन्होंने कहा कि "यह एक ग्रेंड क्लोजिंग सेल है. वस्तुतः भाजपा सरकार की प्रस्तावित 'रोड-टू-रेलवे' मुद्रीकरण योजना के बाद सार्वजनिक क्षेत्र का कोई उपक्रम नहीं बचेगा."
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