राजस्थान सरकार ने भी पेट्रोल औऱ डीजल (Petrol Diesel Vat) पर वैट में कटौती का ऐलान किया है. इससे राज्य में पेट्रोल 4 रुपये और डीजल 5 रुपये प्रति लीटर सस्ता होगा. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह घोषणा बुधवार को की. गौरतलब है कि केंद्र द्वारा पेट्रोल पर 7 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी कम की गई थी. इसके बाद बीजेपी शासित कई राज्यों ने पेट्रोल औऱ डीजल पर वैट कम किया था. इससे इन राज्यों में पेट्रोल और डीजल 10 से 12 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो गया था. इससे कांग्रेसशासित राज्यों पर भी पेट्रोल औऱ डीजल के दामों पर जनता को राहत देने के लिए वैट कम करने का दबाव बढ़ गया था.
आज मंत्रिमण्डल की बैठक में पेट्रोल/डीजल पर वैट की दर को कम करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इसके बाद आज रात्रि 12 बजे से पेट्रोल में 4 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल में 5 रुपये प्रति लीटर दरों में कमी हो जायेगी।इससे राज्य सरकार 3500 करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व की हानि वहन करेगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 16, 2021
बीजेपी इसको लेकर लगातार सवाल भी उठा रही थी. खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों द्वारा वैट में कमी न करने को लेकर सवाल उठाए थे. पंजाब के बाद राजस्थान पेट्रोल औऱ डीजल पर वैट घटाने वाला कांग्रेसशासित दूसरा राज्य है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जनता को राज्य सरकारों से पूछना चाहिए कि उनमें से कुछ ने पेट्रोल डीजल की दरों में कटौती क्यों नहीं की है. केंद्र ने हाल ही में पेट्रोल डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती की है. सीतारमण ने कहा, इसके बाद भी कुछ राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट क्यों नहीं कम किया है?
जबकि केंद्र सरकार पहले ही राज्यों से अपील कर चुकी है. अब यह लोगों को उन सत्तारूढ़ पार्टियों से पूछना चाहिए जिनको उन्होंने वोट दिया था. वित्त मंत्री ने कहा, "पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में तब तक शामिल नहीं किया जा सकता जब तक कि जीएसटी काउंसिल उन्हें शामिल करने के लिए दर तय नहीं करती."
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