संसदीय समितियों की बैठकें अगले सप्ताह से शुरू होंगी, मंत्रालयों के कामकाज की होगी समीक्षा

पीएसी की बैठक बुलाई गई, कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के चलते संसदीय समितियों की बैठक नहीं हो पा रही थीं

संसदीय समितियों की बैठकें अगले सप्ताह से शुरू होंगी, मंत्रालयों के कामकाज की होगी समीक्षा

संसद भवन.

खास बातें

  • 23 जून को श्रम मामलों की संसदीय समिति की बैठक होगी
  • लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों की प्रशंसा की
  • आपदा में अपने क्षेत्र के लोगों के साथ खड़े रहने के लिए तारीफ
नई दिल्ली:

संसदीय समितियों (Parliamentary Committees) का कामकाज फिर शुरू हो जाएगा. महत्वपूर्ण मंत्रालयों के काम की समीक्षा होगी. अगले सप्ताह लोक लेखा समिति यानी पीएसी की बैठक बुलाई गई है. यानी अगले हफ्ते से ही संसदीय समितियों की बैठक शुरू हो जाएगी. सचिवालयों ने इसके लिए आवश्यक इंतजाम करना शुरू कर दिया है. 23 जून को श्रम मामलों की संसदीय समिति की बैठक होगी. कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर के चलते संसदीय समितियों की बैठक नहीं हो पा रही थीं. कुछ सांसदों ने वर्चुअल बैठक कराने की मांग की थी, लेकिन दोनों पीठासीन अधिकारियों ने इससे इनकार कर दिया था. ऐसा संसदीय समितियों की गोपनीयता बहाल रखने के लिए किया गया था.

सुझाव दिया गया कि अगले सत्र में इस बारे में नियमों में संशोधन के लिए चर्चा हो सकती है. विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा के लिए संसदीय समितियों की बैठक बेहद जरूरी है. अब अधिकांश सांसदों, उनके परिवार वालों, स्टाफ और संसद भवन के कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है. देश भर में लॉकडाउन में भी ढील दी जा रही है. ऐसे में सांसदों को दिल्ली आने में अधिक परेशानी नहीं होगी. इसलिए संसदीय समितियों की बैठकों को दोबारा शुरू करने का फैसला किया गया.

बैठक कब बुलानी है, इस बारे में सदस्यों से विचार विमर्श कर समिति के अध्यक्ष ही निर्णय करते हैं. राज्यसभा तथा लोकसभा सचिवालय इसके लिए आवश्यक व्यवस्था करता है. 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों को चिठ्ठी लिखी

कोरोना जैसी आपदा में अपने क्षेत्र के लोगों के साथ खड़े रहने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों की प्रशंसा की है. उन्होंने सभी सांसदों को चिठ्ठी लिखी है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि आपने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के साथ समय गुजारा और लोगों के कष्ट करने में मदद की साथ ही वैक्सीन के अभियान को सफलतापूर्वक चलाने में भी योगदान दिया.

स्पीकर ने लिखा है कि कोरोना से लड़ने और टीकाकरण के लिए जागरूकता बढ़ाने में सांसदों ने जो काम किया है, उन अनुभवों को वे पूरे देश के साथ साझा करना चाहते हैं. सांसदों का यह अनुभव इस आपदा के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट प्रैक्टिसेज का विकास करने में मददगार साबित होगा.

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उन्होंने सांसदों से अनुरोध किया है कि वे अपने क्षेत्र मे किए गए सभी कार्यों का विवरण लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय में भेजें. लोक सभा अध्यक्ष ने सभी सांसदों को भरोसा दिलाया कि ऐसे संकट के समय वे तथा उनका ऑफिस सांसदों की मदद के लिए हर तरह से सहायता करने के लिए तत्पर है और कोई भी आवश्कता होने पर वे उनसे संपर्क कर सकते हैं.