राज्यसभा (Rajya Sabha) के 12 निलंबित सांसदों का प्रदर्शन जारी है. संसद भवन परिसर में विपक्ष के तमाम नेताओं ने भी आज इनके समर्थन में गांधी प्रतिमा के सामने 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' और 'लोकतंत्र बचाओ मोदी हटाओ' के नारे लगाए. निलंबित सांसद पिछले बुधवार से ही प्रदर्शन कर रहे हैं.
विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि सरकार का लोकतंत्र पर यकीन नहीं है, इसलिए तानाशाही कर रही है. विपक्षी सांसदों ने कहा कि इस सरकार ने किसान से माफी मांगी है, अब हमसे भी माफी मांगेगी. खुद माफी मांगने के सवाल पर नेताओं ने कहा कि हमने लोगों की आवाज उठाई है तो हम माफी क्यों मांगे?
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सांसदों ने कहा कि ये कैसी सरकार है जो मॉनसून सेशन के दौरान घटित राजनीतिक कदमों पर विंटर सेशन में दंड दे रही है. विपक्षी सांसदों ने कहा, "ये गूंगी बहरी सरकार है. हमारे अधिकारों का हनन कर रही है. जिन MLA ने हमे चुना है, उसका अपमान है. सब जगह लोग मर रहे हैं. नोटबन्दी , सीएए और किसान के मुद्दे पर लोग मरे, अब इनको माफी मांगनी चाहिए."
गौरतलब है कि 12 विपक्षी सांसदों को अगस्त में आयोजित पिछले मॉनसून सत्र के दौरान उनके खराब आचरण के कारण सोमवार को संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. इनमें कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और भाकपा तथा माकपा के एक-एक सदस्य शामिल हैं.
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