परेश रावल और स्वरूप सम्पत (फाइल तस्वीर)
नई दिल्ली:
जाने-माने अभिनेता और बीजेपी सांसद परेश रावल की अभिनेत्री पत्नी स्वरूप सम्पत को देश में पुनर्गठित केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (सीएबीई) में मनोनीत किया गया है। सीएबीई देश में शिक्षा के मामले में सर्वोच्च सलाहकार इकाई है। इसकी अध्यक्ष मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी हैं।
बीजेपी से संबद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी अनुसंधान संस्थान के निदेशक अनिर्बान गांगुली को भी इस बोर्ड में मनोनीत किया गया है। 19 मनोनीत सदस्यों में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद यूनिवर्सिटी, बेलूर मठ के कुलपति स्वामी आत्मप्रियानंद भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामकृष्ण मिशन के जाने-माने अनुयायी हैं और इस साल मई में पश्चिम बंगाल की अपनी यात्रा के दौरान वह बेलूर मठ गए थे। आत्मप्रियानंद को जहां 'प्रख्यात एकेडमीशियन' श्रेणी के तहत मनोनीत किया गया, वहीं सम्पत को 'रचनात्मक कला' के वर्ग से मनोनीत किया गया।
इसके अलावा सीएबीई में कुछ केंद्रीय संस्थानों के प्रमुख भी हैं। मसलन सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात के कुलपति सैयद ए बारी और उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति जवाहर कौल भी हैं, जो मानव संसाधन विकास मंत्री के करीबी माने जाते हैं। सीएबीई का 11 जून को पुनर्गठन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के 19 लोगों को मनोनीत सदस्य बनाया गया। इसके अलावा पदेन सदस्य, कई केंद्रीय मंत्री तथा विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति इसमें शामिल हैं।
भाषाओं के लिहाज से जिन्हें मनोनीत किया गया, उनमें उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के पूर्व कुलपति पंकज त्रिम्बक चांडे और पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त नहीद आब्दी शामिल हैं।
मनोनीत सदस्यों में राष्ट्रीय बाल भवन के कुलपति इंदुमति राव, स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र पुणे संस्थापक सचिव अंजलि देशपांडे, उद्यमी संजीव बिखचंदानी तथा टीम लीज इंडिया के सह संस्थापक मनीष सभरवाल शामिल हैं। 'मीडिया रिप्रेजेन्टिव' श्रेणी के तहत मनोनीत सदस्य धीरेंद्र नाथ बेजबरूआ हैं।
बीजेपी से संबद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी अनुसंधान संस्थान के निदेशक अनिर्बान गांगुली को भी इस बोर्ड में मनोनीत किया गया है। 19 मनोनीत सदस्यों में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद यूनिवर्सिटी, बेलूर मठ के कुलपति स्वामी आत्मप्रियानंद भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामकृष्ण मिशन के जाने-माने अनुयायी हैं और इस साल मई में पश्चिम बंगाल की अपनी यात्रा के दौरान वह बेलूर मठ गए थे। आत्मप्रियानंद को जहां 'प्रख्यात एकेडमीशियन' श्रेणी के तहत मनोनीत किया गया, वहीं सम्पत को 'रचनात्मक कला' के वर्ग से मनोनीत किया गया।
इसके अलावा सीएबीई में कुछ केंद्रीय संस्थानों के प्रमुख भी हैं। मसलन सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात के कुलपति सैयद ए बारी और उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति जवाहर कौल भी हैं, जो मानव संसाधन विकास मंत्री के करीबी माने जाते हैं। सीएबीई का 11 जून को पुनर्गठन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के 19 लोगों को मनोनीत सदस्य बनाया गया। इसके अलावा पदेन सदस्य, कई केंद्रीय मंत्री तथा विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति इसमें शामिल हैं।
भाषाओं के लिहाज से जिन्हें मनोनीत किया गया, उनमें उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के पूर्व कुलपति पंकज त्रिम्बक चांडे और पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त नहीद आब्दी शामिल हैं।
मनोनीत सदस्यों में राष्ट्रीय बाल भवन के कुलपति इंदुमति राव, स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र पुणे संस्थापक सचिव अंजलि देशपांडे, उद्यमी संजीव बिखचंदानी तथा टीम लीज इंडिया के सह संस्थापक मनीष सभरवाल शामिल हैं। 'मीडिया रिप्रेजेन्टिव' श्रेणी के तहत मनोनीत सदस्य धीरेंद्र नाथ बेजबरूआ हैं।
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