वेलेंटाइन डे पर स्कूलों में माता-पिता की होगी पूजा! कांग्रेस ने कहा- दिशाहीन शिक्षा विभाग का नाटक

शिक्षा अधिकारी ने दिए निर्देश, बच्चे फूल, टीका और मिठाई के साथ प्रार्थना करते हुए माता-पिता की पूजा करेंगे

वेलेंटाइन डे पर स्कूलों में माता-पिता की होगी पूजा! कांग्रेस ने कहा- दिशाहीन शिक्षा विभाग का नाटक

कांग्रेस ने शिक्षा विभाग की आलोचना की है.

खास बातें

  • सूरत के स्कूलों में वैलेंटाइन डे पर मातृ-पितृ दिवस मनाया जाएगा
  • स्कूल को आयोजन की विस्तृत रिपोर्ट भी देनी होगी
  • कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के इस कदम की कड़ी आलोचना की
सूरत:

गुजरात के सूरत जिले के स्कूलों में 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाएगा. सूरत के जिला शिक्षा अधिकारी ने इस बारे में स्कूलों को सर्कुलर जारी किया है. उनके मुताबिक बच्चों में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संस्कार देने के लिए यह आयोजन किया जाएगा. विपक्षी दल कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के इस कदम की कड़ी आलोचना की है.

सर्कुलर की एक कॉपी पीटीआई को मिली है जिसमें मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने के लिए दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. इसके अनुसार स्कूलों में पांच से दस दंपत्तियों को बुलाया जाएगा और उनके बच्चे फूल, टीका और मिठाई के साथ प्रार्थना करते हुए उनकी पूजा करेंगे.

स्कूलों में संबोधन के लिए स्थानीय नगरसेवक, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य या सामाजिक कार्यकर्ताओं जैसे विशेष अतिथियों को आमंत्रित करने के लिए कहा गया है. शिक्षा अधिकारी के सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि स्कूल इस तरह के आयोजन करके विद्यार्थियों को प्रेरित करें और उन्हें जागरूक बनाएं. स्कूल आयोजन के विवरण की विस्तृत रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपें. इस रिपोर्ट के साथ फोटो भी लगाए जाएं.    

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विपक्षी दल कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि जब राज्य में शिक्षा के मानकों में सुधार पर ध्यान देना चाहिए तो ऐसे में अधिकारी इस तरह के फालतू फतवे जारी करने में व्यस्त हैं.

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कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि हम जानते हैं कि अभिभावकों का हमारे जीवन और संस्कृति में क्या महत्व है. माता-पिता पूजन दिवस मनाने के लिए स्कूलों को निर्देशित करने वाला सर्कुलर राज्य में स्कूल प्रणाली की कमियों से ध्यान हटाने का एक तरीका है. उन्होंने कहा कि यह नया विवाद पैदा करने की दिशा में उठाया जा रहा कदम है. यह एक नाटक है क्योंकि शिक्षा विभाग दिशाहीन है.