जयललिता के आवास पर पहुंचे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम
चेन्नई:
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने बुधवार दोपहर को अपने 19 मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक (एआईएडीएमके) प्रमुख जयललिता जयराम से उनके चेन्नई में पायस गार्डन स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की। भ्रष्टाचार के मामले में सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा जयललिता को बरी किए जाने के बाद यह मुख्यमंत्री की उनसे पहली आधिकारिक मुलाकात थी।
दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का उद्देश्य साफ नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों के बीच जयललिता की मुख्यमंत्री पद पर वापसी के तरीके को लेकर विचार-विमर्श हुआ। इसके अलावा उनके बीच इस बात को लेकर भी चर्चा हुई कि पार्टी का अगला कदम क्या होना चाहिए, क्योंकि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का आरोप है कि जयललिता को बरी करने वाले जज ने उनकी संपत्ति का आकलन गलत किया।
सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें जयललिता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार देते हुए चार साल कारावास की सज़ा सुनाई गई थी। कर्नाटक हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि जयललिता पर मुख्यमंत्री के पद पर अपने पहले कार्यकाल में आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप गलत थे।
पिछले साल सितंबर में जयललिता को दोषी करार दिए जाने के कारण विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन अब वह दोबारा मुख्यमंत्री पद संभाल सकती हैं। इसी कारण उत्साह से भरी उनकी पार्टी अब किसी 'शुभ दिन' की तलाश में है, जब वह दोबारा शपथग्रहण कर सकें। इस समय राज्य में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के सभी 151 विधायक चेन्नई में मौजूद हैं, और बताया जा रहा है कि पिछले साल खुद जयललिता द्वारा अपनी जगह मुख्यमंत्री पद पर बिठाए गए पन्नीरसेल्वम इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का उद्देश्य साफ नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों के बीच जयललिता की मुख्यमंत्री पद पर वापसी के तरीके को लेकर विचार-विमर्श हुआ। इसके अलावा उनके बीच इस बात को लेकर भी चर्चा हुई कि पार्टी का अगला कदम क्या होना चाहिए, क्योंकि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का आरोप है कि जयललिता को बरी करने वाले जज ने उनकी संपत्ति का आकलन गलत किया।
सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें जयललिता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार देते हुए चार साल कारावास की सज़ा सुनाई गई थी। कर्नाटक हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि जयललिता पर मुख्यमंत्री के पद पर अपने पहले कार्यकाल में आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप गलत थे।
पिछले साल सितंबर में जयललिता को दोषी करार दिए जाने के कारण विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन अब वह दोबारा मुख्यमंत्री पद संभाल सकती हैं। इसी कारण उत्साह से भरी उनकी पार्टी अब किसी 'शुभ दिन' की तलाश में है, जब वह दोबारा शपथग्रहण कर सकें। इस समय राज्य में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के सभी 151 विधायक चेन्नई में मौजूद हैं, और बताया जा रहा है कि पिछले साल खुद जयललिता द्वारा अपनी जगह मुख्यमंत्री पद पर बिठाए गए पन्नीरसेल्वम इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
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