बीजेपी नेता राम माधव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का आतंकी बुरहान वानी को कश्मीरी आंदोलन का नेता बताया जाना कड़ी आलोचनाएं बटोर रहा है. गुरुवार को बीजेपी नेता राम माधव ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ तो हिजबुल मुजाहिद्दीन के सुप्रीम कमांडर की तरह बात कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पीएम ने सबसे बुरे अवतार में थे, वह पाकिस्तान के प्रमुख की तरह नहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन के सुप्रीम कमांडर की तरह बात कर रहे थे..वह खुलेआम एक आतंकी कमांडर बुरहान वानी की तरफदारी कर रहे थे. जम्मू कश्मीर में बीजेपी का प्रतिनिधित्व करने वाले राम माधव ने कहा कि पूरा देश शरीफ के भाषण से नाराज़ है जिसमें उन्होंने कश्मीर में हालिया हुए प्रदर्शनों के मसले को भी उछाला.
उधर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि 'नवाज़ शरीफ निराश करते जा रहे हैं. वह शख्स जिसने पीएम का अपने जन्मदिन पर स्वागत किया था, अब वह बुरहान वानी की तारीफ कर रहा है.' थरूर ने कहा कि इससे यह बात साबित होती है कि हमें इन महाशय (पाक पीएम) से बातचीत में वक्त ज़ाया नहीं करना चाहिए. हमें पाकिस्तान के प्रति अन्य पहलुओं पर गौर फरमाना चाहिए.
वहीं भारत के विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि वह 'उरी हमले में पाकिस्तान की भूमिका' को पूरी तरह से नकारने में तुले हैं और आतंकी बुरहान वानी का महिमामंडन आतंकवाद से पाकिस्तान के जुड़ाव को दर्शाता है. बुरहान वानी को नेता बताना शर्मनाक है और आतंकी की तारीफ से भारत हैरान है.
अकबर ने कहा 'हमने एक आतंकवादी का महिमामंडन सुना. वानी हिज्बुल का घोषित कमांडर था, जिसे आतंकी समूह के तौर पर जाना जाता है. यह हैरान करने वाली बात है कि एक राष्ट्र का नेता स्व प्रचारित आतंकवादी का इस तरह के मंच पर महिमामंडन कर सकता है. यह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा आत्म दोषारोपण है.'
वहीं पाकिस्तान द्वारा अतिरिक्त कदम उठाते हुए बातचीत के लिए लगातार कोशिशों के नवाज शरीफ के दावे पर अकबर ने कहा, 'हमें पहला कदम ही नहीं दिखा, फिर अतिरिक्त कदम का सवाल कहां आता है?' उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान 'अपने एक हाथ में बंदूक थामकर' बातचीत करना चाहता है. वार्ता और हिंसा दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पीएम ने सबसे बुरे अवतार में थे, वह पाकिस्तान के प्रमुख की तरह नहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन के सुप्रीम कमांडर की तरह बात कर रहे थे..वह खुलेआम एक आतंकी कमांडर बुरहान वानी की तरफदारी कर रहे थे. जम्मू कश्मीर में बीजेपी का प्रतिनिधित्व करने वाले राम माधव ने कहा कि पूरा देश शरीफ के भाषण से नाराज़ है जिसमें उन्होंने कश्मीर में हालिया हुए प्रदर्शनों के मसले को भी उछाला.
उधर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि 'नवाज़ शरीफ निराश करते जा रहे हैं. वह शख्स जिसने पीएम का अपने जन्मदिन पर स्वागत किया था, अब वह बुरहान वानी की तारीफ कर रहा है.' थरूर ने कहा कि इससे यह बात साबित होती है कि हमें इन महाशय (पाक पीएम) से बातचीत में वक्त ज़ाया नहीं करना चाहिए. हमें पाकिस्तान के प्रति अन्य पहलुओं पर गौर फरमाना चाहिए.
वहीं भारत के विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि वह 'उरी हमले में पाकिस्तान की भूमिका' को पूरी तरह से नकारने में तुले हैं और आतंकी बुरहान वानी का महिमामंडन आतंकवाद से पाकिस्तान के जुड़ाव को दर्शाता है. बुरहान वानी को नेता बताना शर्मनाक है और आतंकी की तारीफ से भारत हैरान है.
अकबर ने कहा 'हमने एक आतंकवादी का महिमामंडन सुना. वानी हिज्बुल का घोषित कमांडर था, जिसे आतंकी समूह के तौर पर जाना जाता है. यह हैरान करने वाली बात है कि एक राष्ट्र का नेता स्व प्रचारित आतंकवादी का इस तरह के मंच पर महिमामंडन कर सकता है. यह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा आत्म दोषारोपण है.'
वहीं पाकिस्तान द्वारा अतिरिक्त कदम उठाते हुए बातचीत के लिए लगातार कोशिशों के नवाज शरीफ के दावे पर अकबर ने कहा, 'हमें पहला कदम ही नहीं दिखा, फिर अतिरिक्त कदम का सवाल कहां आता है?' उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान 'अपने एक हाथ में बंदूक थामकर' बातचीत करना चाहता है. वार्ता और हिंसा दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कश्मीर मुद्दा, उरी, राम माधव, नवाज शरीफ, Kashmir Agenda, Uri, Nawaz Sharif, Ram Madhav, Burhan Wani, बुरहान वानी