प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
सरकार ने एक जनवरी 2015 से हर साल एक रुपये मूल्य के 15 करोड़ नोट छापने का फैसला किया है। यह जानकारी गुरुवार को संसद में दी गई। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा, "सरकार ने 15 दिसंबर, 2014 की तिथि से गजट अधिसूचना जारी की थी, जिसके मुताबिक सिक्का अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक जनवरी 2015 से एक रुपये के नोट छापे जाएंगे।"
उन्होंने कहा कि सरकार ने हर साल 15 करोड़ ऐसे नोट छापने का फैसला किया है। मंत्री ने सदन को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एक, दो और पांच रुपये के नोट छापने बंद कर दिए थे, क्योंकि इन पर खर्च अधिक होता है। उन्होंने साथ ही कहा, "फिलहाल दो और पांच रुपये के नोट छापने का कोई प्रस्ताव नहीं है।"
उन्होंने कहा कि सरकार ने हर साल 15 करोड़ ऐसे नोट छापने का फैसला किया है। मंत्री ने सदन को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एक, दो और पांच रुपये के नोट छापने बंद कर दिए थे, क्योंकि इन पर खर्च अधिक होता है। उन्होंने साथ ही कहा, "फिलहाल दो और पांच रुपये के नोट छापने का कोई प्रस्ताव नहीं है।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
एक रुपये नोट, हर साल, 15 करोड़ नोट, छापने का फैसला, संसद, Every Year, A Rupee Note, 15 Million Note, The Decision To Print, Parliament