
- संसद भवन परिसर में एक शख्स ने पेड़ पर चढ़कर दीवार पार कर परिसर में घुसने की कोशिश की थी.
- सुरक्षा कर्मियों ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया और फिलहाल उसकी पहचान और जांच जारी है.
- संसद की सुरक्षा अब CISF के जिम्मे है, पहले यह जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के पास थी.
संसद भवन की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगाई गई है. घटना शुक्रवार की है जब एक शख्स दीवार कूदकर संसद परिसर में पहुंचा. हालांकि, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी शख्स को तुरंत पकड़ लिया. अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है. आरोपी संसद भवन में कैसे घुसा इसकी भी जांच हो रही है. सूत्र बता रहे हैं कि आरोपी संसद भवन परिसर से लगे एक पेड़ पर चढ़कर संसद भवन की दीवार पर पहुंचा था. इसके बाद वह परिसर में कूदा. हालांकि, सीआईएसएफ ने इस घटना को लेकर एक बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि सुबह लगभग 5:50 बजे, एक अज्ञात व्यक्ति संसद भवन परिसर में पहुंचा और अंदर कूदने के इरादे से दीवार फांदने की कोशिश की. सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की सतर्कता के कारण, सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उसे पकड़ लिया और आगे की पूछताछ के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया. प्रारंभिक पूछताछ में, व्यक्ति की पहचान राम कुमार बिंद, उम्र 19 वर्ष, मूल निवासी जिला भदोही (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है. वह सूरत की एक फैक्ट्री में काम करता है और मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रतीत होता है. आगे की पूछताछ जारी है.
आपको बता दें कि 13 दिसंबर 2023 को भी संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का एक मामला सामने आया था. उस दौरान संसद की कार्यवाही के दौरान कुछ लड़के संसद भवन में घुस गए थे. सुरक्षा में इस बड़ी चूक को देखते हुए संसद भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CISF को दी गई थी. इससे पहले दिल्ली पुलिस इस जिम्मेदारी को निभा रही थी. संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर बीते कई दिनों से विपक्षी दल भी केंद्र सरकार पर हमलावर रहे थे. विपक्षी दलों की मांग है कि इस सुरक्षा चूक को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सदन में आकर बयान देने की मांग भी की थी.
गौरतलब है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. उनसे पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने कई चौकाने वाले खुलासे हुए थे. पुलिस के अनुसार सुरक्षा में सेंध का मास्टरमाइंड ललित झा था. उसी ने अपने सभी साथियों के साथ मिलकर संसद के अंदर और बाहर हंगामा करने और सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने की योजना बनाई थी.
पीएम मोदी ने की थी घटना की आलोचना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संसद की सुरक्षा में चूक (Parliament Security Breach) की घटना को दुखद जताया था. पीएम मोदी ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि इस मामले में वाद-विवाद की जरूरत नहीं है. घटना के पीछे कौन है? उसके मंसूबे जानना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने अनुच्छेद 370 को लेकर कहा कि ब्रह्मांड की कोई ताकत अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती है.
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