नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू तथा पूर्ववर्ती राज्य के अंतिम राज्यपाल के इस्तीफे में ‘‘अजीब संयोग''(Strange coincidence) है.दोनों को राजभवन से तब हटाया गया जब उन्हें इस की बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी. मुर्मू ने बुधवार की रात जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) को बृहस्पतिवार को केंद्रशासित प्रदेश का नया उप राज्यपाल (Lieutenant Governor) नियुक्त कर दिया गया.
सिन्हा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल बनने वाले पहले राजनीतिक व्यक्ति हैं. अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘अजीब संयोग है कि जम्मू-कश्मीर राज्य के अंतिम राज्यपाल और जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल को तब हटाया गया जब उन्हें इसकी बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी. जब उन्हें सामान पैक करने और अनौपचारिक ढंग से रवाना होने का ऑर्डर मिला तो उस समय उनकी कई बैठकें निर्धारित थीं.'' उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार उम्मीदों के विपरीत कोई भी आश्चर्यजनक कदम उठा सकती है.
In a strange coincidence both the last Governor of J&K state & the 1st Lt Governor of the Union Territory of J&K have been removed when they least expected it. They both had a full schedule of meetings planned when they got the order to pack & leave rather unceremoniously.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 6, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बीती रात, एक या दो नाम थे जिनकी लोग चर्चा कर रहे थे और यह नाम उनमें नहीं था. आप हमेशा इस सरकार पर यह विश्वास कर सकते हो कि यह पूर्व में ‘सूत्रों' द्वारा गढ़े गए नाम के विपरीत अप्रत्याशित ढंग से कोई भी नाम उछाल सकती है.'' पूर्व में, केंद्र ने राजनीतिक व्यक्ति सत्यपाल मलिक को पिछले साल जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने से पहले इस पूर्ववर्ती राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं