चेन्नई/नई दिल्ली:
ठीक एक सप्ताह बाद पन्नीरसेल्वम मंगलवार रात को जयललिता की समाधि पर फिर से गए. इस दौरान उनके साथ जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार भी साथ थीं. दीपा जयललिता के भाई की बेटी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि शशिकला की वजह से ही उनका परिवार जयललिता से अलग रहा. कई वर्षों तक शशिकला जयललिता के साथ रहीं. जयललिता का दिसंबर में निधन हो गया था. आज सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला को दोषी मानते हुए 4 साल की सजा सुनाई है. हालांकि उन्होंने अभी तक सरेंडर नहीं किया है.
सात दिन पहले पन्नीरसेल्वम मरीन बीच स्थित जयललिता के समाधिस्थल पर पहुंचे थे. वहां अकेले में कुछ देर तक ध्यान किया था. वहां करीब 40 मिनट तक रहे थे. इस दौरान बड़ी तादाद में अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता और अन्य लोग उन्हें देखने के लिए जमा हो गए थे. बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए था कि आत्मा कचोट रही थी, इसलिए यहां आया. उन्होंने कहा था कि उनकी आत्मा ने उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है.
जयललिता की मौत के बाद से तमिलनाडु में सियासी घमासान मचा हुआ है. एक ओर जहां पन्नीरसेल्वम ने इस्तीफा दे दिया है, वहीं उनकी पार्टी के विधायक शशिकला द्वारा पार्टी पर कब्जा जमाए जाने से नाराज हैं. हालांकि दीपा अभी एआईडीएमके की सदस्य नहीं हैं लेकिन उन्होंने घोषणा की थी कि वह अपनी बुआ जयललिता की राजविरासत संभालेंगी.
उधर, उच्चतम न्यायालय द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार देकर दिए जाने के बाद शशिकला ने अपने विश्वासपात्र पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक का विधायक दल का नेता बनाने का दावा किया है. यानी परोक्ष रूप से शशिकला एआईएडीएमके की बागडोर अपने हाथ में रखेंगी. इतना ही नहीं शशिकला कैंप ने पन्नीसेल्वम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. आज शाम दोनों पक्षों ने गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
सात दिन पहले पन्नीरसेल्वम मरीन बीच स्थित जयललिता के समाधिस्थल पर पहुंचे थे. वहां अकेले में कुछ देर तक ध्यान किया था. वहां करीब 40 मिनट तक रहे थे. इस दौरान बड़ी तादाद में अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता और अन्य लोग उन्हें देखने के लिए जमा हो गए थे. बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए था कि आत्मा कचोट रही थी, इसलिए यहां आया. उन्होंने कहा था कि उनकी आत्मा ने उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है.
जयललिता की मौत के बाद से तमिलनाडु में सियासी घमासान मचा हुआ है. एक ओर जहां पन्नीरसेल्वम ने इस्तीफा दे दिया है, वहीं उनकी पार्टी के विधायक शशिकला द्वारा पार्टी पर कब्जा जमाए जाने से नाराज हैं. हालांकि दीपा अभी एआईडीएमके की सदस्य नहीं हैं लेकिन उन्होंने घोषणा की थी कि वह अपनी बुआ जयललिता की राजविरासत संभालेंगी.
उधर, उच्चतम न्यायालय द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार देकर दिए जाने के बाद शशिकला ने अपने विश्वासपात्र पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक का विधायक दल का नेता बनाने का दावा किया है. यानी परोक्ष रूप से शशिकला एआईएडीएमके की बागडोर अपने हाथ में रखेंगी. इतना ही नहीं शशिकला कैंप ने पन्नीसेल्वम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. आज शाम दोनों पक्षों ने गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
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