भारतीय रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के संचालन को लेकर आज शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है. अब सभी ट्रेने पहले की तरह चलेंगी, यानि अब ट्रेनें पुराने नंबर से और पुराने किराए पर चलेंगी. मंत्रालय ने स्पेशल नंबर के तौर पर चलने वाली ट्रेन को अब रेगुलर ट्रेन नंबर पर चलाने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद यात्रियों को रेल किराये में राहत मिलेगी. कोविड काल में शुरू हुए ट्रेनों के स्पेशल स्टेटस की वजह से यात्रियों को ज्यादा किराया देना पड़ रहा था.
हालांकि, आदेश में यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि जोनल रेलवे को अपनी पूर्व-कोविड नियमित सेवाओं पर वापस जाने की आवश्यकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जोनल रेलवे को निर्देश दिया गया है. हालांकि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है, इस प्रक्रिया में एक या दो दिन लगेंगे."
एक अन्य अधिकारी ने कहा, "इसके साथ अगले कुछ दिनों में 1,700 से अधिक ट्रेनों को बहाल कर दिया जाएगा. ट्रेनों के नंबर का पहला अंक अब शून्य नहीं होगा जैसा कि विशेष ट्रेनों के मामले में था."
यात्रियों के दबाव पर रेलवे ने लिया फैसला
किराये में वृद्धि पर यात्रियों के दबाव का सामना करने के बाद रेलवे ने मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए ‘विशेष' टैग हटाने तथा महामारी से पहले के किराये पर तत्काल प्रभाव से लौटने का शुक्रवार को एक आदेश जारी किया. जब से कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में ढील दी गई थी, रेलवे केवल विशेष ट्रेनें चला रहा है. इसकी शुरुआत लंबी दूरी की ट्रेनों से हुई थी और अब, यहां तक कि कम दूरी की यात्री सेवाओं को "थोड़ा अधिक किराए" वाली विशेष ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा है ताकि "लोगों को परिहार्य यात्रा से हतोत्साहित" किया जा सके. रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को जोनल रेलवे को लिखे पत्र में कहा कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएंगी और किराया कोविड पूर्व दर जैसा सामान्य हो जाएगा.
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