शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून की वजह से बंद नोएडा-फरीदाबाद सड़क को शुक्रवार को कुछ देर के लिए खोला गया है. इस रूट पर एक बस खराब हो गई थी, जिसकी वजह से इस सड़क को करीब 40 मिनट के लिए खोला गया. लेकिन उसके बाद इसे फिर बंद कर दिया गया.
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली के शाहीन बाग में बंद रास्ता खुलवाने के लिए गुरुवार को मध्यस्थ साधना रामचंद्रन और संजय हेगड़े पहुंचे थे. उन्होंने आंदोलनकारियों से बातचीत की थी. साधना रामचंद्रन ने कहा था कि आपने बुलाया इसलिए हम वापस आए कल दादियों का हमें आशीर्वाद मिला. हम सब हिंदुस्तान के नागरिक हैं. हमें समझकर चलना होगा. आपको समझना होगा कि सीएए का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के सामने आएगा. उन्होंने बंद सड़क के मुद्दे पर बातचीत शुरू की. संजय हेगड़े ने कहा कि किसी को तकलीफ़ हो रही है तो सब मिल जुलकर रास्ता निकालें. कुछ ही देर बाद साधाना रामचंद्रन ने मीडिया की मौजूदगी पर आपत्ति जताई. इसके बाद मीडिया के प्रतिनिधि धरनास्थल से बाहर चले गए.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग के बंद रास्ते को खुलवाने के लिए आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए मध्यस्थों की नियुक्ति की है. मध्यस्थ संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने बुधवार को भी शाहीन बाग में धरना दे रहे लोगों से बातचीत की थी लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका. दोनों मध्यस्थ गुरुवार को भी धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की था.
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