भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा है कि FATF के तहत टेरर फ़ाइनैंसिंग पर पाकिस्तान ने रोक लगाई है, ऐसा कहा नहीं जा सकता. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगली बैठक फ़रवरी में है और अगर तब तक वो ज़रूरी क़दम नहीं उठाता तो उसी हिसाब से कार्रवाई होगी. राजदूत लेनैन ने कहा कि फ़्रांस और दूसरे देशों ने नवंबर से फ़ैसला किया कि टेरर फाइनैंसिंग पर पाक रोक लगाए, इसलिए दबाव बनाए रखना ज़रूरी है.
पाकिस्तान फ़िलहाल FATF की ग्रे लिस्ट में है और उसके ब्लैक लिस्ट में आने का ख़तरा बना हुआ है. अगर वो ब्लैक लिस्ट में आता है तो दूसरे देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से वित्तीय मदद मिलना मुश्किल हो जाएगी. राजदूत लेनैन ने कहा है कि फ़्रांस और भारत दोनों आतंक के शिकार रहे हैं और उसके ख़िलाफ़ सहयोग कर रहे हैं. CAB पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ये भारत का आंतरिक मसला है.
यह पूछे जाने पर कि क्या फ्रांस को लगता है कि पाकिस्तान ने अपने वादे को पूरा किया है, लेनैन ने कहा, 'कोई नहीं कह सकता कि पाकिस्तान अपने वादे को पूरा कर रहा है और इस देश पर दबाव बनाने की जरूरत है.' उन्होंने कहा, 'फरवरी में देखते हैं कि पाकिस्तान ने क्या कदम (अपने वादे को पूरा करने में) उठाये हैं.' भारत के नागरिकता (संशोधन) कानून पर फ्रांस के रुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह नयी दिल्ली का आंतरिक और घरेलू मामला है. साथ ही रेखांकित किया कि उनका देश धार्मिक स्वतंत्रता में विश्वास करता है.
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