मुंबई:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एक बिहारी होने का मतलब यह नहीं है कि महाराष्ट्र विरोधी रुख अपनाये। उनके गृह राज्य के लोग किसी पर भार नहीं हैं।
बिहार स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश ने मराठी में अपने भाषण की शुरुआत की और कहा, ‘‘मराठी बहुत मीठी जुबान है। महाराष्ट्र के लोग बहुत अच्छे हैं।’’ उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को बिहार आने का निमंत्रण दिया।
नीतीश ने कहा, ‘‘आपके पास ज्ञान है और क्षमता है। आप महाराष्ट्र दिवस बिहार में मनाइये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि क्यों कुछ मौकों पर समस्याएं पैदा हो जाती हैं। हम सभी भारतीय हैं और साथ मिलकर देश के विकास और प्रगति के लिए काम करना होगा। कई ऐसे जरूरी मुद्दे हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं।’’
नीतीश ने कहा, ‘‘मुंबई भारत का अंग है और प्रत्येक भारतीय को इस पर गर्व है।’’ उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग किसी पर भार नहीं हैं। वास्तव में वह जिस शहर और राज्य में रहते हैं, उसकी प्रगति और विकास में योगदान देते हैं। बिहार और महाराष्ट्र में कई चीजें समान हैं।
बिहार स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश ने मराठी में अपने भाषण की शुरुआत की और कहा, ‘‘मराठी बहुत मीठी जुबान है। महाराष्ट्र के लोग बहुत अच्छे हैं।’’ उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को बिहार आने का निमंत्रण दिया।
नीतीश ने कहा, ‘‘आपके पास ज्ञान है और क्षमता है। आप महाराष्ट्र दिवस बिहार में मनाइये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि क्यों कुछ मौकों पर समस्याएं पैदा हो जाती हैं। हम सभी भारतीय हैं और साथ मिलकर देश के विकास और प्रगति के लिए काम करना होगा। कई ऐसे जरूरी मुद्दे हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं।’’
नीतीश ने कहा, ‘‘मुंबई भारत का अंग है और प्रत्येक भारतीय को इस पर गर्व है।’’ उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग किसी पर भार नहीं हैं। वास्तव में वह जिस शहर और राज्य में रहते हैं, उसकी प्रगति और विकास में योगदान देते हैं। बिहार और महाराष्ट्र में कई चीजें समान हैं।
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