लोकसभा में शनिवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बजट पेश करते हुए ढाई घंटे से अधिक समय तक बोलती रहीं लेकिन इसके बावजूद भी बजट भाषण पूरा नहीं पढ़ा जा सका. दरअसल निर्मला सीतारमण अस्वस्थ्य होने के बजट भाषण के कुछ पन्ने नहीं पढ़ सकीं. उन्होंने आज वित्त वर्ष 2020-21 (Budget 2020-21) का बजट भाषण दो घंटे 39 मिनट तक पढ़ा. बजट भाषण पढ़ते समय तक उनकी तबियत कुछ खराब हुई तब उन्होंने तीन बार पानी पिया. हालांकि इससे कुछ फायदा नहीं हुआ. तब सदन में विपक्ष के सदस्यों ने उनसे बजट दस्तावेज सभापटल पर रखने का आग्रह किया. इस पर सीतारमण ने कहा कि सिर्फ दो पन्ने बचे हैं. वित्त मंत्री ने दोबारा बजट पढ़ने का प्रयास किया लेकिन वे ठीक से नहीं पढ़ पा रही थीं.
बजट 2020-21 से किसे क्या मिला? पढ़ें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ये 8 बड़े ऐलान
सदन में पास ही बैठे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कुछ कहा. इसके बाद गडकरी ने टॉफी निकाल कर सीतारमण को दी लेकिन इसके बाद भी उन्हें बजट भाषण पढ़ने में परेशानी होने पर कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने बजट दस्तावेज सभा पटल पर रखने का आग्रह किया. इसके बाद वित्त मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष की अनुमति से बजट भाषण सभा पटल पर रख दिया. बाद में वित्त मंत्री सीतारमण राज्यसभा गयीं और बजट से जुड़े कागजात सदन की पटल पर रखे.
बजट में सरकार का बड़ा ऐलान- बेचेगी LIC का बड़ा हिस्सा
बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में अब तक कई बड़े ऐलान किए हैं. वित्त मंत्री ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव का ऐलान किया है. 5 से 7.5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 फीसदी टैक्स देना होगा, इसके साथ ही 7.5 से 10 लाख रुपये तक की आमदनी पर 15 फीसदी, 10 से 12.5 लाख रुपये की आमदनी पर 20 फीसदी टैक्स, 12.5 से 15 लाख रुपये की आमदनी पर 25 फीसदी और 15 लाख से ऊपर की आमदनी पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं