मोदी सरकार के ऊपर विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी का कर्ज माफ करने के कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने पलटवार किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस बात के बारे में विचार करना चाहिए कि क्यों वह सिस्टम की सफाई में कोई रचानात्मक भूमिका नहीं निभा सके. न तो सत्ता में रहते हुए और न विपक्ष में रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार को और पक्षपात को रोकने में कोई प्रतिबद्धता दिखाए पाए. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले 18 नवंबर 2019 को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बैंकों का पैसा गबन करने वालों के नाम सरकार की ओर से दिए जा चुके हैं. लोकसभा में राहुल गांधी के 304 नंबर सवाल के जवाब में भी बैकों का पैसा गबन करने वाले लोगों के नाम, पैसा और किन लोगों को नाम बट्टे खाते में (written off) में डाला गया है, सारी जानकारी दी जा चुकी है.
Today's attempt of @INCIndia leaders is to mislead on wilful defaulters, bad loans & write-offs. Between 2009-10 & 2013-14, Scheduled Commercial Banks had written off Rs.145226.00 crores. Wished Shri.@RahulGandhi consulted Dr. Manmohan Singh on what this writing-off was about.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 28, 2020
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार ही बैंकों का पैसा गबन करने वालों से वसूली कर रही है. जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चोस्की और विजय माल्या से 18332.7 रुपया वसूला जा चुका है. 9967 वसूली के निवेदन, 3315 एफआईआर फगटेव एमेंडमेंट एक्ट के तहत दर्ज हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बैंकों का पैसा गबन करने वालों, बैड लोन, और बट्टा खाता (Write-off)के नाम पर बरगलाने की कोशिश की है. साल 2009-10 और 2013-14 के बीच जब कांग्रेस की सरकार थी तो बैंकों ने 145226 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाला था. उम्मीद है कि राहुल गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह से बट्टा खाता क्या होता है इसके बारे में जरूर समझा होगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि नीरव मोदी मामले में 2387 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है और वह अभी यूके की जेल में है. मेहुल चोक्सी के केस में 1936.95 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है. उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया जा चुका है. एंटीगुआ से उसके प्रत्यर्पण के लिए अर्जी दी जा चुकी है. उसको भगोड़ा घोषित करने के लिए कोर्ट में सुनवाई चल रही है. विजय माल्या मामले में 8040 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है साथ ही 1693 करोड़ रुपये के शेयर भी सील किए गए हैं. उसको भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. उसको प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है और यूके हाईकोर्ट ने उस पर मुहर लगा दी है.
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