
निर्भया (Nirbhaya) के गुनाहगारों की फांसी की सजा पर जल्द से जल्द अमल की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि दोषियों की ओर से रिव्यू पिटीशन और आगे क्यूरेटिव पिटीशन का एक महीने के अंदर निपटारा कर देना चाहिए. एक महीने में फांसी की सजा पर अमल हो जाना चाहिए. याचिकाकर्ता पेशे से वकील संजीव कुमार ने फांसी की सजा के सजीव प्रसारण की भी मांग की है.
दिल्ली के 'निर्भया' रेप केस मामले में पीड़िता की मां भी सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं. उन्होंने दोषी अक्षय कुमार सिंह की सुप्रीम कोर्ट में दायर पुनर्विचार याचिका के खिलाफ हस्तक्षेप अर्जी दाखिल की है. निर्भया की मां आशा देवी की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि दोषी कानूनी दांवपेंच खेलकर सजा से बच रहे हैं, पहले ही इस मामले को सात साल हो चुके हैं.
गौरतलब है कि निर्भया (Nirbhaya) के दोषियों में से एक अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 17 दिसंबर को सुनवाई करने का फैसला किया है. अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी. सुनवाई का समय कोर्ट द्वारा दोपहर दो बजे निर्धारित किया गया है. कोर्ट ने कहा है कि मामले की खुली अदालत में सुनवाई होगी.
निर्भया मामलाः अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को करेगा सुनवाई
इधर एनडीटीवी से बात करते हुए निर्भया की मां ने कहा कि मैं कोर्ट की कार्यवाही से संतुष्ट हूं. मैं सात साल से इंतज़ार कर रही हूं. मैं एक हफ़्ते और इंतज़ार करूंगी. मुझे उम्मीद है कि 17 तारीख़ को अक्षय की रिव्यू याचिका खारिज होगी. यह भी उम्मीद है 18 तारीख़ को मैं यहीं ये डेथ वारेंट जारी करवाकर जाऊंगी.
गौरतलब है कि अक्षय को ट्रायल कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी. उसकी सजा को दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था. अक्षय ने पुनर्विचार याचिका में सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा पर फिर से विचार करने की मांग की है. दोषी ने सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार याचिका दाखिल करने में हुई देरी के लिए माफी की बात कही है.
VIDEO : चीफ जस्टिस ने निर्भया की मां को हस्तक्षेप की इजाजत दी
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