सर सुंदरलाल अस्पताल में ऑपरेशन के बाद हुईं मौतों पर सवाल
वाराणसी:
पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के सर सुन्दरलाल अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में ऑपरेशन के बाद नौ मौतें होने की घटना सामने आई. इस मामले की जानकारी मीडिया में आने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है. आनन-फानन में अस्पताल के एमएस डॉ. ओपी उपाध्याय ने दो दिन के लिए ऑपरेशन थियेटर को बंद करने आदेश जारी किया है और एक आपातकालीन बैठक बुलाई है. अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा कि आखिर मरीजों की मौत ऑपरेशन के बाद कैसे हो गई?
इस मामले के सामने आने के बाद अस्पताल के मेडिकल सुप्ररिटेंडेंट डॉ. ओपी उपाध्याय ने माना कि ऑपरेशन के बाद दो दिन के भीतर तीन मरीजों की अचानक मौत हो गई है हालांकि उन्होंने नौ मौतें होने से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि यूरोलाजी विभाग के डॉ. समीर त्रिवेदी के दो मरीजों की मौत के बाद उन्होंने संदेह व्यक्त किया था, जिसके बाद से एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. हालांकि उन्होंने शुरुआती जांच में आशंका जताई है कि ओटी में जो गैस नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल होता है उसके केमिकल में कोई खामी हो सकती है. इस वजह से ही ओटी में होने वाले सभी मेजर ऑपरेशन को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है.
सूत्रों की मानें तो ऑपरेशन के बाद जिन नौ मरीजों की मौत हुई उनमें पांच पीडियाटिक सर्जरी, दो यूरोलॉजी व दो जनरल सर्जरी के थे. दिन में विभिन्न ओटी में जिन मरीजों के ऑपरेशन हुए उनमें से 15 की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें वार्ड में शिफ्ट करने के बजाय आईसीयू में रखा गया है. आईसीयू के फुल हो जाने पर अतिरिक्त बेड का इंतजाम करते हुए कुछ मरीजों को पोर्टेबल वेंटिलेटर पर रखा गया है.
इस मामले के सामने आने के बाद अस्पताल के मेडिकल सुप्ररिटेंडेंट डॉ. ओपी उपाध्याय ने माना कि ऑपरेशन के बाद दो दिन के भीतर तीन मरीजों की अचानक मौत हो गई है हालांकि उन्होंने नौ मौतें होने से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि यूरोलाजी विभाग के डॉ. समीर त्रिवेदी के दो मरीजों की मौत के बाद उन्होंने संदेह व्यक्त किया था, जिसके बाद से एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. हालांकि उन्होंने शुरुआती जांच में आशंका जताई है कि ओटी में जो गैस नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल होता है उसके केमिकल में कोई खामी हो सकती है. इस वजह से ही ओटी में होने वाले सभी मेजर ऑपरेशन को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है.
सूत्रों की मानें तो ऑपरेशन के बाद जिन नौ मरीजों की मौत हुई उनमें पांच पीडियाटिक सर्जरी, दो यूरोलॉजी व दो जनरल सर्जरी के थे. दिन में विभिन्न ओटी में जिन मरीजों के ऑपरेशन हुए उनमें से 15 की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें वार्ड में शिफ्ट करने के बजाय आईसीयू में रखा गया है. आईसीयू के फुल हो जाने पर अतिरिक्त बेड का इंतजाम करते हुए कुछ मरीजों को पोर्टेबल वेंटिलेटर पर रखा गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं