सैयद अली शाह गिलानी (फाइल फोटो)
खास बातें
- श्रीनगर में टेरर फंडिंग के मसले को लेकर जांच जारी
- डॉ नईम कई साल तक पाकिस्तान में डॉक्टर रहे हैं
- घाटी में गड़बड़ी फैलाने के लिए भेजी जा रही राशि
नई दिल्ली: हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के सबसे बड़े बेटे डॉ. नईम को एनआईए ने नोटिस जारी किया है और एनआईए के शिवपोरा के दफ्तर में हाजिर होने को कहा है.
एनआईए ने डॉ. नईम को सोमवार को तलब किया था लेकिन वह पेश नहीं हुए. इस पर अब एनआईए ने उन्हें मंगलवार को बुलाया है. एनआईए की एक टीम श्रीनगर में टेरर फंडिंग के मसले को लेकर जांच कर रही है. माना जा रहा है कि नईम को उसी सिलसिले में बुलाया गया है.
डॉ. नईम कई साल तक पाकिस्तान में डॉक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं. कुछ साल पहले वे वापस आए थे. हुर्रियत के मुताबिक यह भारत सरकार की बचकाना हरकत है. पहले मोहम्मद अशरफ, पीर सैफुल्लाह, अलताफ अहमद और अयाज़ अकबर को परेशान करने के बाद अब एनआईए ने डॉ. नईम को नोटिस दिया है.
उधर एनआईए की टीम फिलहाल करीब 20 बैंक खातों की जांच कर रही है जिनमें कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं. इस मामले में कुछ लोगों को नोटिस भेजा जा चुका है. कुछ से पूछताछ भी हो चुकी है.
घाटी में गड़बड़ी फैलाने के लिए लोगों के खातों में पैसे भेजे जाने की सूचनाएं मिलने के बाद एनआईए ने कार्रवाई शुरू की. एक अधिकारी ने बताया कि "कई एकाउंटों में पैसा डिपॉजिट हुआ है, लेकिन जमा करने वाले का रिश्ता उस खाते के मालिक से बिलकुल नहीं है. यही नहीं, यह भी पता चला है की पैसा डिपॉजिट होने के 48 घंटों के अंदर निकाल लिया गया."