नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत में बढ़ते कैंसर के मामलों और बच्चों में अपंगता के कारण पर दिखाई गई एनडीटीवी की खास रिपोर्ट पर यूपी सरकार से जवाब तलब किया है।
दरअसल, एनडीटीवी ने दिखाया था कि कैसे दूषित पानी के चलते बागपत में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। बच्चों में विकलांगता के मामले बढ़ रहे हैं। एनडीटीवी की खबर को आधार बनाकर एनजीटी ने 17 दिसंबर तक राज्य सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस पर जवाब देने को कहा है।
जिस खबर पर एनजीटी ने यूपी सरकार से जवाब मांगा है वह खबर एनडीटीवी संवाददाता परिमल कुमार ने दी थी, जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए थे। दो सालों में करीब सौ लोगों की मौत यहां सिर्फ कैंसर की वजह से हो चुकी है। देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन दिल्ली की सीमा से कुछ किलोमीटर दूर बसे बागपत के एक गांव में लोग साफ पानी को भी तरस रहे हैं। जानलेवा बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। यहां के पानी में हर तरीके का प्रदूषण निकला है।
सवाल यह भी है कि जमीन के भीतर मौजूद पानी में जहर घुला कैसे? जवाब गांव से सिर्फ 200 मीटर दूर बहने वाली हिंडन से मिला,
जिसके पानी को उसके आसपास मौजूद कलकारखानों और फैक्टरियों ने जहरीला बना दिया है।
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