गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की बेटी अनार पटेल (फाइल फोटो)
अहमदाबाद:
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की बेटी अनार ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि उन्होंने राज्य सरकार से कभी कोई अनुचित फायदा नहीं लिया। अनार के व्यापारिक सहयोगियों की संलिप्तता वाले संदेहास्पद जमीन सौदों की खबरें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री की बेटी ने यह दावा किया है।
भाजपा की गुजरात इकाई भी अनार के समर्थन में उतर आई है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह मुख्यमंत्री और उनकी बेटी को बदनाम करने की मंशा से उनके खिलाफ आरोप लगा रही है।
अनार ने फेसबुक पर लिखा, ‘मैं अनार पटेल WWRRPL (वाइल्डवूड्स रिसॉर्ट्स एंड रिएलिटीज प्राइवेट लिमिटेड), अनिल इंफ्राप्लस और पार्श्व टेक्सचेम में न तो निदेशक हूं और न ही शेयर धारक हूं। WWRRPL से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। कोई भी सरकारी एजेंसियों से इसका पता लगा सकता है।’
मुख्यमंत्री की बेटी ने आगे लिखा, ‘दक्षेस भाई (अनिल इंफ्राप्लस के अमोल श्रीपाल सेठ के साथ WWRRPL का मालिकाना हक रखने वाले दक्षेस शाह) मेरे व्यापारिक साझेदार हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनकी सभी कंपनियों में हूं। वह अपने बल पर बने कारोबारी हैं और पिछले 22 साल से व्यापार कर रहे हैं।’
अनार ने लिखा, ‘‘हमने सात साल पहले ‘अनार प्रोजेक्ट्स’ नाम से एक कंपनी शुरू की जिसके व्यापारिक हित खुदरा एवं सेवा क्षेत्र में थे। हमने कभी किसी सरकारी संगठन से कोई फायदा नहीं लिया। हमने हर तरह से सभी नियमों-कानूनों का पालन किया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘यह बहुत दुख की बात है कि महज अनुमानों के आधार पर मेरी शख्सियत पर हमला किया जा रहा है। मैं किसी के एहसान में नहीं, अपनी नैतिक ताकत में यकीन रखती हूं।’’
इस मुद्दे पर अनार की ओर से फेसबुक पर लिखा गया यह दूसरा पोस्ट है। कांग्रेस इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का इस्तीफा मांग रही है। पार्टी का आरोप है कि आनंदीबेन ने 2010 में 122 करोड़ रुपये की जमीन महज 1.49 करोड़ रुपये में एक निजी कंपनी को देकर अपनी बेटी और उनके व्यापारिक साझेदार को फायदा पहुंचाया है।
कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री की बेटी अनार पटेल और उनके व्यापारिक साझेदारों के मालिकाना हक वाली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों का उल्लंघन किया गया ।
शुक्रवार को अपने फेसबुक पोस्ट में अनार ने लिखा था कि उन्होंने जो कुछ किया वह ‘‘सही तरीके से किया।’’ उन्होंने लिखा था, ‘‘किसी की नैतिकता को लेकर जब लोग अनुमान लगाते हैं और फैसले सुनाने लगते हैं तो मुझे दुख होता है। सच की जीत हमेशा होती है और मैं इंसानियत के साथ इसमें यकीन रखती हूं।’’ अनार ने लिखा, ‘‘मेरे पति और मैंने सामज सेवा में 22 साल से ज्यादा का वक्त दिया है। मेरे पति ने स्वच्छता के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया। परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए मैंने 2008 में एमबीए किया और व्यापार में कदम रख दिया। मेरा पक्का मानना है कि सामाजिक नैतिकता के साथ नैतिक-मूल्यों का ख्याल रखते हुए व्यापार करना हर किसी का हक है।’’ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आई के जडेजा ने कहा, ‘‘कांग्रेस मुख्यमंत्री और उनकी बेटी को इस मामले में गैर-जरूरी तरीके से खींचने की मंशा से ऐसे आरोप लगा रही है और उनकी सार्वजनिक छवि खराब कर रही है।’’
भाजपा की गुजरात इकाई भी अनार के समर्थन में उतर आई है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह मुख्यमंत्री और उनकी बेटी को बदनाम करने की मंशा से उनके खिलाफ आरोप लगा रही है।
अनार ने फेसबुक पर लिखा, ‘मैं अनार पटेल WWRRPL (वाइल्डवूड्स रिसॉर्ट्स एंड रिएलिटीज प्राइवेट लिमिटेड), अनिल इंफ्राप्लस और पार्श्व टेक्सचेम में न तो निदेशक हूं और न ही शेयर धारक हूं। WWRRPL से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। कोई भी सरकारी एजेंसियों से इसका पता लगा सकता है।’
मुख्यमंत्री की बेटी ने आगे लिखा, ‘दक्षेस भाई (अनिल इंफ्राप्लस के अमोल श्रीपाल सेठ के साथ WWRRPL का मालिकाना हक रखने वाले दक्षेस शाह) मेरे व्यापारिक साझेदार हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनकी सभी कंपनियों में हूं। वह अपने बल पर बने कारोबारी हैं और पिछले 22 साल से व्यापार कर रहे हैं।’
अनार ने लिखा, ‘‘हमने सात साल पहले ‘अनार प्रोजेक्ट्स’ नाम से एक कंपनी शुरू की जिसके व्यापारिक हित खुदरा एवं सेवा क्षेत्र में थे। हमने कभी किसी सरकारी संगठन से कोई फायदा नहीं लिया। हमने हर तरह से सभी नियमों-कानूनों का पालन किया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘यह बहुत दुख की बात है कि महज अनुमानों के आधार पर मेरी शख्सियत पर हमला किया जा रहा है। मैं किसी के एहसान में नहीं, अपनी नैतिक ताकत में यकीन रखती हूं।’’
इस मुद्दे पर अनार की ओर से फेसबुक पर लिखा गया यह दूसरा पोस्ट है। कांग्रेस इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का इस्तीफा मांग रही है। पार्टी का आरोप है कि आनंदीबेन ने 2010 में 122 करोड़ रुपये की जमीन महज 1.49 करोड़ रुपये में एक निजी कंपनी को देकर अपनी बेटी और उनके व्यापारिक साझेदार को फायदा पहुंचाया है।
कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री की बेटी अनार पटेल और उनके व्यापारिक साझेदारों के मालिकाना हक वाली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों का उल्लंघन किया गया ।
शुक्रवार को अपने फेसबुक पोस्ट में अनार ने लिखा था कि उन्होंने जो कुछ किया वह ‘‘सही तरीके से किया।’’ उन्होंने लिखा था, ‘‘किसी की नैतिकता को लेकर जब लोग अनुमान लगाते हैं और फैसले सुनाने लगते हैं तो मुझे दुख होता है। सच की जीत हमेशा होती है और मैं इंसानियत के साथ इसमें यकीन रखती हूं।’’ अनार ने लिखा, ‘‘मेरे पति और मैंने सामज सेवा में 22 साल से ज्यादा का वक्त दिया है। मेरे पति ने स्वच्छता के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया। परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए मैंने 2008 में एमबीए किया और व्यापार में कदम रख दिया। मेरा पक्का मानना है कि सामाजिक नैतिकता के साथ नैतिक-मूल्यों का ख्याल रखते हुए व्यापार करना हर किसी का हक है।’’ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आई के जडेजा ने कहा, ‘‘कांग्रेस मुख्यमंत्री और उनकी बेटी को इस मामले में गैर-जरूरी तरीके से खींचने की मंशा से ऐसे आरोप लगा रही है और उनकी सार्वजनिक छवि खराब कर रही है।’’
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