यह ख़बर 31 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

एनडीटीवी मध्यावधि चुनाव सर्वे 2012 : आज चुनाव हुए तो एनडीए को है बढ़त

खास बातें

  • केंद्र की मनमोहन सरकार के लिए बुरी ख़बर है…। आज के हालात में अगर मध्यावधि चुनाव हो गए तो कांग्रेस के बजाय बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी…। हालांकि न कांग्रेस और न बीजेपी इतनी बड़ी होंगी कि वे अपने बूते सरकार बना सकें…।

केंद्र की मनमोहन सरकार के लिए बुरी ख़बर है…। आज के हालात में अगर मध्यावधि चुनाव हो गए तो कांग्रेस के बजाय बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी…। हालांकि न कांग्रेस और न बीजेपी इतनी बड़ी होंगी कि वे अपने बूते सरकार बना सकें…। केंद्र की कुर्सी हासिल करने के लिए उन्हें कई समीकरणों को अपने पक्ष में करना होगा…।

एनडीटीवी मध्यावधि चुनाव 2012 में कई पार्टियां उभर रही हैं जो किसी भी सरकार में अहम भूमिका निभाएंगी…।

भ्रष्टाचार और घोटालों की गूंज लगता है जनता के सिर चढ़कर बोल रही है…। ऐसे हालात में अगर मध्यावधि चुनाव होते हैं तो मनमोहन सरकार का फिर से सत्ता हासिल करना मुश्किल हो जाएगा…।

एनडीटीवी मध्यावधि चुनाव 2012 के मुताबिक एनडीए सबसे बड़ा गठबंधन हो सकता है…। एनडीए गठबंधन की सीटें 162 से बढ़कर 207 होने का अनुमान है…। इसमें बीजेपी की सीटें 116 से बढ़कर 143 हो सकती हैं…। बीजेपी के गठबंधन सहयोगियों की तादाद 46 से बढ़कर 64 होने का अनुमान है…। आज चुनाव होने की हालत में यूपीए की सीटें 264 से घटकर 185 हो सकती हैं…।

कांग्रेस की सीटें 206 से 127 पर पहुंच जाएंगी जबकि उसके सहयोगियों की सीटें 58 ही रहने का अनुमान है…। अन्य पार्टियों की सीटें 117 से बढ़कर 151 हो जाएगी…। ये अन्य पार्टियां बहुत बड़ी भूमिका निभाने जा रही हैं…। समाजवादी पार्टी 23 से 33 सीटों पर पहुंचती दिख रही है…। इसके साथ ही मुलायम सिंह की भूमिका किंगमेकर की हो सकती है…।

कहा तो यह भी जा रहा है कि उनकी दावेदारी प्रधानमंत्री पद के लिए भी हो सकती है… लेकिन तृणमूल जेडीयू और लेफ़्ट की भूमिका को भी भूला नहीं जा सकता।

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साफ़ है अगली लोकसभा के त्रिशंकु होने की पूरी गुंजाइश है और छोटी पार्टियों की भूमिका बड़ी होगी इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए।