राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने कहा है कि यदि उन्होंने पार्टी सहयोगी अजित पवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद 2019 में सरकार गठित करने के लिए बीजेपी से हाथ मिलाने के लिए भेजा होता तो यह सुनिश्चित करते कि सरकार सत्ता में बनी रहे. शरद पवार के भतीजे अजित ने वर्ष 2019 के अंत में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलाकर सियासी जगत को चौंका दिया था हालांकि सरकार महज तीन दिन ही चल सकी थी.
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मराठी अखबार लोकसत्ता के एक कार्यक्रम में बोलते हुए पवार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'यदि मैंने उन्हें भेजा होता तो मैं यह सुनिश्चित करता कि सरकार गठित हो और चलती रहे. 'एनसीपी प्रमुख ने एक अन्य सवाल के जवाब में यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महाविकास आघाडी सरकार अच्छा कर रही है. सीएम उद्धव पिछले करीब 10 दिन से अस्वस्थ हैं लेकिन अन्य मंत्री हैं जिन्हें प्रशासनिक कार्य का अच्छा अनुभव है.
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद के संभावित परिदृश्य के बारे में पवार ने कहा कि वे सरकार का नेतृत्व करने के बजाय उसे बनाने वाले व्यक्ति का समर्थन और मार्गदर्शन करना चाहेंगे जो इसकी अगुवाई करेगा. एनसीपी प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में जितनी रैलियों और कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, उससे पता चलता है कि सत्तारूढ़ पार्टी (बीजेपी) को जमीनी हकीकत का अहसास हो गया है. यूपी में अगले वर्ष की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं.
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