भुवनेश्वर:
उड़ीसा के मलकानगिरी जिले में अगवा किए गए जिलाधिकारी और एक इंजीनियर को रिहा कराने के लिए इलाके में नक्सल विरोधी अभियान स्थगित किए जाने के बाद उड़ीसा सरकार ने शुक्रवार को पिछले दरवाजे से नक्सलियों के साथ बातचीत शुरू कर दी। बुधवार शाम को नक्सलियों ने चित्रकोंडा इलाके में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी आर. वीनेल कृष्णा और जूनियर इंजीनियर पवित्र मोहन मांझी का अपहरण कर लिया था। नक्सलियों ने दोनों अधिकारियों की रिहाई के लिए इलाके में नक्सल विरोधी अभियान रोकने और अब तक गिरफ्तार किए गए सभी नक्सलियों को रिहा करने की मांग रखी है। प्रदेश के गृह सचिव यू. एन. बेहरा ने कहा कि उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश से चर्चा की है और कुछ बातचीत हुई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक आंध्र प्रदेश के नक्सली समूह ने अपहरणकर्ताओं से बातचीत के लिए तीन वार्ताकारों के नाम दिए हैं। इस सम्बंध में बेहरा ने कहा कि सरकार को कोई औपचारिक प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि कोई सीधा सम्पर्क किया जाएगा।" अगवा किए गए जिलाधिकारी कृष्णा कर्मठ अधिकारी माने जाते हैं। बुधवार को वह बडापडा गांव में एक बैठक के बाद विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करने के लिए बिना सुरक्षा कर्मियों के जा रहे थे इसी दौरान करीब छह हथियारबंद नक्सलियों ने उन्हें अगवा कर लिया।
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