नगरोटा हमला : क्या सुरंग के जरिये भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे आतंकी?

नगरोटा हमला : क्या सुरंग के जरिये भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे आतंकी?

नगरोटा में आर्मी यूनिट पर हमले में सेना के दो अफसर और पांच जवान शहीद हो गए

खास बातें

  • बीएसएफ पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा का मुआयना कर रही है
  • खेतों में खुदाई कर सुरंग के बारे में पता लगाया जा रहा है
  • सांबा में आतंकियों ने एक पम्प हाउस में पनाह ली थी
नई दिल्ली:

नगरोटा के आतंकी हमले और सांबा की घुसपैठ की जांच अभी चल ही रही है कि इस बीच बुधवार सुबह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 70 फुट लंबी एक सुरंग मिली है. बीएसएफ अब इस बात की जांच में जुटी है कि क्या ये आतंकी रामगढ़ सेक्टर के चमलियाल इलाके में बनी इस सुरंग से ही भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे?

बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने कहा, 'आज (बुधवार) सुबह वहां 70 फुट लंबी और दो फुट चौड़ी एक सुरंग मिली है. इसकी जांच हो रही है कि क्या आतंकी यहीं से आए थे.'

बीएसएफ पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा का मुआयना कर रही है, यह देखने के लिए कि कहीं ऐसी और भी सुरंगें तो नहीं बनी हुई हैं. हालांकि डीजी बीएसएफ का कहना था अभी ये नहीं कहा जा सकता कि ऑपरेशन खत्म हो गया है, क्योंकि अभी  सर्च ऑपरेशन जारी है. केके शर्मा ने कहा कि ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिससे ये पता लगाया जा सके कि और भी सुरंगें हैं या नहीं. लेकिन हम खेतों में खुदाई कर सुरंग के बारे में पता लगा रहे हैं'

बीएसएफ ने गृह मंत्रालय को दी गई अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जब सोमवार रात गश्त हो रही थी, तब लेजर के जरिये कुछ घुसपैठिये भारत की सीमा में आते दिखे थे. लेकिन रात के अंधेरे में उसने कार्रवाई नहीं की. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक सांबा में आतंकियों ने एक पम्प हाउस में पनाह ली थी. बीएसएफ ने रणनीति के तौर पर एक दीवार को उड़ा दिया और फिर एक-एक कर तीन आतंकियों को मार गिराया. ऑपरेशन के बाद जब BSF के जवान लौट रहे थे, तब उन पर फायरिंग हुई. जिसमें एक डीआईजी और दो जवान घायल हो गए. वहीं नगरोटा में आर्मी यूनिट पर हमले में सेना के दो अफसर और पांच जवान शहीद हो गए.

उधर गृह मंत्रालय के मुताबिक रॉ ने सूचना दी थी कि नेशनल हाइवे के आसपास सेना के ठिकानों पर हमला हो सकता है, लेकिन फिर भी कोताही बरती गई.

ताजा हमलों के बारे में जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह का कहना है कि पाकिस्तान अपना रवैया नहीं बदलेगा. हमारे जवानों ने कुर्बानी दी है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते खराब होते जा रहे हैं. घुसपैठ बढ़ती जा रही है. ये केंद्र और राज्य सरकार दोनों की नाकामी है. मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार सीमा को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाएगी.

संसद में दी गई गृह मंत्रालय की जानकारी से साफ है कि इस साल पिछले साल के मुकाबले घुसपैठ बढ़ी है. मंत्रालय के मुताबित 2015 में 121 घुसपैठिये यहां दाखिल होने में कामयाब रहे थे, जबकि 30 अक्टूबर, 2016 तक सीमा पार से 201 घुसपैठिये भारत में घुसने में कामयाब रहे. उधर नगरोटा और सांबा हमले में समानताएं देखते हुए ये दोनों केस काउंटर इंटेलिजेंस जम्मू को दे दिया गया है.


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