गाजियाबाद (Ghaziabad) के लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई कर वीडियो वायरल करने के मामले में गाजियाबाद पुलिस को अभी भी ट्विटर के जवाब का इंतजार है. गाजियाबाद पुलिस ने कहा है कि मामले से जुड़े 50 ट्वीट डिलीट करने को लेकर ट्विटर ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है. पुलिस के अनुसार, ट्वीट डिलीट करने के मुद्दे पर वह ट्विटर के जवाब का इंतजार कर रही है. गौरतलब है कि पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हाल ही में एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई के मामले में "सांप्रदायिक अशांति फैलाने" के लिए ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक को कानूनी नोटिस भेजा था.
भारत में ट्विटर के प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी को यह नोटिस भेजा गया था और उन्हें पत्र प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर बयान दर्ज कराने के लिए लोनी थाने बुलाया गया था. माहेश्वरी को नोटिस जारी करते हुए बताया गया है कि लोनी थाने में ट्विटर इंडिया के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज है. ट्विटर के माध्यम से कुछ लोगों ने अपने ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल करते हुए समाज में नफरत फैलाने का काम किया है और इस मामले में ट्विटर द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
गौरतलब है कि गाजियाबाद पुलिस ने पिटाई के एक वीडियो के प्रसार के संबंध में ट्विटर, एक समाचार पोर्टल और 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. वीडियो में बुजुर्ग मुस्लिम गाजियाबाद में कुछ लोगों द्वारा कथित रूप से हमला किए जाने के बाद अपनी आपबीती बता रहा है. पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद इस मामले में सांप्रदायिक एंगल होने से इनकार किया था. गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में बताया था कि आरोपी उस 'ताबीज' से नाखुश थे, जो अब्दुल शमद सैफी (पीड़ित) ने उन्हें बेचा था. इस मामले में बीते दिन चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की जांच चल रही है.
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