मुंबई में स्थित मंत्रालय में 13 वेटर के लिए निकली भर्ती के लिए करीब 7 हज़ार लोगों ने फॉर्म भरा है जिसमें बड़ी तादाद में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्र भी शामिल हैं. इस मामले से राज्य में बेरोजगारी का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. विपक्ष जहां इस पर सरकार को घेरने की कोशिश करते दिखाई दे रहा है तो वहीं सरकार का अब भी यही कहना है कि पिछली सरकार की तुलना में बेरोज़गारी में कमी आई है.
मुंबई के मंत्रालय में 13 वेटरों की भर्ती निकली जिसके लिए कक्षा चौथी पास होने की शैक्षणिक योग्यता ज़रूरी थी... लेकिन इन पदों के लिए करीब सात हजार लोगों ने फॉर्म भरे हैं जिसमें से ज़्यादतर लोग ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट हैं. विपक्ष के अनुसार यह राज्य में फैली बेरोज़गारी का एक उदाहरण है.
हालांकि सरकार का अब भी मानना है कि पिछली सरकार की तुलना में इस सरकार के दोर में बेरोज़गारी कम हुई है. सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन राज्य के श्रम विभाग की ओर से आए आंकड़े दूसरी दास्तां बयां करते हैं.
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बढ़ती बेरोज़गारी
2016 में राज्य में 33.56 लाख बेरोजगार
2017 में संख्या बढ़कर 38.19 लाख हो गया
सितम्बर 2018 तक राज्य में 42.2 लाख बेरोजगार
इन तीन सालों में इन बेरोज़गारों में से सरकार की ओर से दिए गए रोजगार
2016 में कुल बेरोज़गारों में से 4.29 फीसदी यानी 1.44 लाख लोगों को रोज़गार
2017 में कुल बेरोज़गारों में से 5.83 फीसदी यानी 2.22 लाख लोगों को रोज़गार
सितम्बर 2018 में कुल बेरोज़गारों में से 3.01 फीसदी यानी 1.27 लाख लोगों को रोज़गार
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