विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Nov 27, 2014

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हजारों डुप्लीकेट वोटरों की हुई पहचान

Read Time: 3 mins
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हजारों डुप्लीकेट वोटरों की हुई पहचान
वाराणसी के आठ विधानसभा क्षेत्रों में वोटर लिस्टों का सत्यापन किया जा रहा है
वाराणसी:

लोकसभा चुनाव के वक्त वोटर बनाने की कवायद देश भर में बड़े पैमाने पर हुई। इसमें कई लाख नए वोटरों के नाम जुड़े और उन्होंने अपने मतों का प्रयोग भी किया।

अब चुनाव के बाद इलेक्शन कमीशन वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने की नई मुहिम में जुट गया है। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके जरिये डुप्लीकेट वोटरों की जानकारी सामने आ रही है।

इस लिस्ट को चुनाव आयोग संबंधित जिलों में भेजकर उसका सत्यापन करा रहा है। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में 80% सत्यापन के बाद करीब 23,664 डुप्लीकेट नाम पाए गए हैं, जिनको वोटर लिस्ट से हटाया जाएगा।

वाराणसी के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने डुप्लीकेशन लिस्ट के जरिये हमें ये समझाने की कोशिश की कि इन दिनों चुनाव आयोग वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने की कौन सी कार्रवाई कर रहा है। यह पूरी कार्रवाई डुप्लीकेट वोटरों को छांटने से जुड़ी है, जिसमें इस बात का सत्यापन किया जा रहा है कि कितने वोटर ऐसे हैं, जिनके नाम दो जगहों पर है।

वाराणसी के जिलाधिकारी प्रांजल यादव ने बताया कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा देश भर के जिलों में डुप्लीकेशन एक्सरसाइज को चेक करने की मुहिम जारी है। कई जगहों पर इलेक्टोरल लिस्ट (मतदाता सूची) में दो जगह नाम दर्ज हो जाते हैं, एक डिस्ट्रिक्ट में नाम पहले से है और दूसरे जगह भी नाम हो जाते हैं, उनको हटाने के लिए ये एक्सरसाइज किए जा रहे हैं।

वाराणसी के पिण्डरा, अजगरा, रोहनिया, सेवापुरी, शिवपुर, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिणी, वाराणसी कैण्ट के कुल आठ विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ के जरिये ऐसी लिस्टों का सत्यापन कराया जा रहा है।

इस सत्यापन के लिए चुनाव आयोग ने एक नया सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके जरिये वाराणसी जिले के इन विधानसभा क्षेत्रों में लाखों में डुप्लीकेट वोटरों की एक लंबी-चौड़ी लिस्ट भेजी गई। इस लिस्ट का अब तक 80 फीसदी सत्यापन कराया जा चुका है, जिसमें 23,664 मतदाता डुप्लीकेट पाए गए।  

इन्हीं वोटरों को चिन्हित करने की यह कवायद है, लेकिन नया सॉफ्टवेयर ऐसे सभी नामों को चिन्हित कर लेगा, यह कहना बड़ा मुश्किल है, क्योंकि एक नाम के कई व्यक्ति हो सकते हैं। ऐसे में कंप्यूटर उनके पिता या पति के नाम से पकड़ेगा, लेकिन किसी लिस्ट में पिता का पूरा नाम लिखा है और किसी लिस्ट में उसका शॉर्ट फॉर्म है, तो कंप्यूटर इस अंतर को शायद ही पकड़ पाए, फिर भी यह वोटर लिस्ट दुरुस्त करने की सार्थक पहल हो सकती है।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
क्या बिरला के पक्ष में वोट डालेंगे चंद्रशेखर? जानिए लोकसभा अध्यक्ष चुनाव पर 10 बड़े अपडेट
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हजारों डुप्लीकेट वोटरों की हुई पहचान
YSR कांग्रेस का दफ्तर ध्वस्त किए जाने पर छिड़ी सियासी जंग, इन कारणों से हुई कार्रवाई
Next Article
YSR कांग्रेस का दफ्तर ध्वस्त किए जाने पर छिड़ी सियासी जंग, इन कारणों से हुई कार्रवाई
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;