यह ख़बर 12 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

'अन्य मंत्रालयों के पापों की सजा मुझे नहीं मिल सकती'

खास बातें

  • मोइली को विधि मंत्रालय से हटाकर कारपोरेट कार्य मंत्रालय दिया गया है और इस बदलाव से वे साफ रूप से खिन्न नजर आ रहे थे।
नई दिल्ली:

वीरप्पा मोइली ने कहा कि वह उनके सुधार एजेंडे के खिलाफ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा चलाए गए अभियान का शिकार हुए हैं और अन्य मंत्रालयों के 'पापों' के लिए उन्हें सूली पर नहीं चढ़ाया जा सकता। मोइली को विधि मंत्रालय से हटाकर कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय दिया गया है और इस बदलाव से वे साफ रूप से खिन्न नजर आ रहे थे। उल्लेखनीय है कि 2जी घोटाला, काला धन तथा सलवा जुडूम सहित कई मामलों में सरकार को न्यायपालिका की आलोचना के वार झेलने पड़े हैं। इसकी ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि यह सम्बद्ध मंत्रालयों की गलती थी और इसका दोष गलत ढंग से उनके मंत्रालय पर डाला जा रहा है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि मंत्रिमंडल फेरबदल में उनकी उपेक्षा नहीं हुई है। उनके लिए नया पद एक चुनौती है जिसे वे अवसर में बदल लेंगे। मोइली ने मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद संवाददाताओं के एक सवाल पर कहा, 'स्वार्थी तत्वों ने अभियान चलाया था। वे जानते थे कि सुधारों से हर कोई खुश नहीं है, जिसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। यह तो मुझे देश हित में करना ही था।' साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मामलों में वे विफल रहे उनमें कमी संबंधित प्रशासनिक मंत्रालय की थी। इसका उनके मंत्रालय से कोई लेना-देना नहीं है, हम तो न्यायालय में सरकार का चेहरा मात्र हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर विभिन्न मुद्दों का जिक्र नहीं किया लेकिन उनका इशारा 2जी घोटाला, कालाधन और सलवा जुडूम मामले में न्यायालय के समक्ष सरकार की किरकिरी को लेकर था। उन्होंने कहा, दूसरे मंत्रालयों के गलत कामों के लिये विधि मंत्रालय को दोष नहीं दिया जा सकता। मोइली ने कहा कि उन्होंने विधि मंत्रालय में सुधारों के अनेक कदम उठाए हैं और 21,000 करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम चल रहा है।


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