अहमदाबाद:
अपने तीन दिवसीय उपवास की पूर्व संध्या पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने पिछले 10 साल की उनकी गलतियों की ओर उनका ध्यान दिलाया। मोदी ने कहा कि प्रदेश यह समझ गया है कि सांप्रदायिक उन्माद और जातिवाद ने देश में किसी को प्रगति करने में मदद नहीं की है। गोधरा दंगों से निपटने के कारण खासी आलोचना का शिकार बने मोदी गुलबर्ग सोसाइटी मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मोदी अपने 62वें जन्मदिन के मौके पर प्रदेश में शांति, एकता और समानता के लिए तीन दिवसीय उपवास शुरू कर रहे हैं। मोदी ने देश के लोगों को लिखे एक पत्र में कहा, गुजरात में 2001 में भीषण भूकंप आया और प्रदेश 2002 में सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलसा। हम कल्पना कर सकते हैं कि वे कितने बुरे दिन थे। उन्होंने कहा, गुजरात उन काले दिनों से बाहर निकल गया और अब विकास के पथ पर अग्रसर है। शांति, एकता, समानता और भाईचारे का वातावरण ही गुजरात की प्रगति में इजाफा कर रहा है। मोदी ने कहा, देश के इतिहास में यह देखने में आया है कि जातिवाद और सांप्रदायिक उन्माद के जहर ने कभी किसी की मदद नहीं की। गुजरात इस बात को समझ गया है। ऐसे विकारों से ऊपर उठकर गुजरात ने विकास के पथ को चुना।
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