करोड़ों कामकाजी लोग कतार में खड़े, उत्पादकता जिंदाबाद : पी चिदंबरम

करोड़ों कामकाजी लोग कतार में खड़े, उत्पादकता जिंदाबाद : पी चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नोटों में बदलाव के फैसले पर तंज किया.

खास बातें

  • नोटबंदी के फैसले पर पूर्व वित्त मंत्री ने कसा तंज
  • कहा, हजारों ‘अमीर’ और ‘भ्रष्ट’ लोग कतार में खड़े
  • बैंक नागरिकों को नगद बांट रहे हैं, ‘अच्छे दिन’ आ चुके हैं
नई दिल्ली:

पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद करने के फैसले पर तंज कसते हुए आज कहा कि बैंकों की ओर से नागरिकों को नगद बांटना इस बात का ‘‘सबूत’’ है कि ‘अच्छे दिन’ आ गए हैं.

कई ट्वीट करके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने नोटबंदी योजना को लागू करने के तौर-तरीके को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘‘करोड़ों कामकाजी लोग कतार में खड़े हैं . उत्पादकता जिंदाबाद.’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘‘हजारों ‘अमीर’ और ‘भ्रष्ट’ लोग कतार में खड़े हैं . गरीब अपने घरों से जयकारे लगा रहे हैं.’’ गौरतलब है कि मोदी ने कल कहा था कि नोटबंदी के फैसले के बाद गरीब चैन की नींद सो रहे हैं, जबकि अमीर नींद की गोलियां खरीदने में लगे हैं.

मोदी के चुनावी नारे ‘‘अच्छे दिन आएंगे’’ की तरफ इशारा करते हुए चिदंबरम ने चुटकी ली, ‘‘बैंक नागरिकों को नगद बांट रहे हैं . यह इस बात का सबूत है कि ‘अच्छे दिन’ आ चुके हैं .’’ पूर्व वित्त मंत्री ने पहले कहा था कि कांग्रेस काले धन पर लगाम लगाने के कदम का समर्थन करती है, लेकिन लोगों को ‘‘असुविधा और परेशानी’’ में डालने से कोई फायदा नहीं होने वाला .

चिदंबरम ने कहा था कि भारत में ‘‘अमुद्रीकृत’’ अर्थव्यवस्था अस्तित्व में है, जिसमें पूरी तरह काला धन नहीं हो सकता.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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