विज्ञापन
This Article is From May 14, 2020

मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर प्रवासी कामगारों का विरोध-प्रदर्शन, खाने को लेकर किया पथराव

मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र की सीमा पर सेंधवा में हर रोज पहुंच रहे पांच-छह हजार मजदूर, श्रमिकों को चिकित्सा परीक्षण के बाद नि:शुल्क बसों के ज़रिए देवास ट्रांजिट पर पहुंचाया जा रहा

मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर प्रवासी कामगारों का विरोध-प्रदर्शन, खाने को लेकर किया पथराव
भोपाल:

मध्यप्रदेश की सीमा पर प्रवासी मज़दूर हज़ारों की तादाद में पहुंचे रहे हैं. सबसे अधिक दबाब सेंधवा की सीमा पर बिजासन घाट पर है. जहां हर रोज़ 5 से 6 हजार मजदूर पहुंच रहे हैं. आज मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर सेंधवा के पास सैकड़ों प्रवासी कामगारों ने खाने को लेकर पथराव किया. गुस्साए श्रमिकों ने आरोप लगाया कि सरकार ने उनके लिए भोजन और परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं की है.

दूसरी तरफ सरकार के मुताबिक इन श्रमिकों को भोजन, चिकित्सा परीक्षण के बाद नि:शुल्क बसों के ज़रिये देवास ट्रांजिट पर पहुंचाया जा रहा है. वहां से सागर, छतरपुर, गुना और शिवपुरी बसों से पहुंचाया जाता है. ट्रांजिट से श्रमिकों को उनके जिले में और उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, बिहार जैसे राज्यों की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है. सरकार का दावा है कि सेंधवा सीमा पर पिछले तीन दिनों में लगभग 15 हजार श्रमिकों को भोजन करवा कर उन्हें बसों के जरिये देवास होते हुए उनके गंतव्य की ओर भेजा गया है.
    
श्रमिकों की संख्या काफी अधिक होने से बसों की संख्या और फेरे बढ़ाने की सतत कोशिशें की जा रही हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रमिकों से अपील की है कि वे धैर्य रखें. सबके भोजन और जाने की व्यवस्था सरकार करेगी. उन्होंने पैदल चलने वालों श्रमिकों से भी रुकने की अपील की है.
     
प्रदेश के अब तक 3 लाख 12 हजार 509 श्रमिक वापस आ चुके हैं. सड़क परिवहन से दो लाख 26 हजार 803 श्रमिक वापस आये हैं. अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम आईसीपी केशरी ने जानकारी दी है कि सड़क परिवहन के माध्यम से 22 अप्रैल से 14 मई तक कुल दो लाख 26 हजार 803 श्रमिक वापस लाये गये. इनमें राजस्थान से 50 हजार 908, हरियाणा से 1329, गुजराज से एक लाख 29 हजार 431, उत्तरप्रदेश से 1936, महाराष्ट्र से 39 हजार 281, छत्तीसगढ़ से 3 हजार 865 और दमन एंव दीव से 53 श्रमिक लाए गए हैं.
     
14 मई तक 72 विशेष श्रमिक ट्रेनों से 86 हजार श्रमिक विभिन्न प्रदेशों से लाये गये हैं. दिल्ली से 1100, गोवा से 1200, गुजरात से 27,694, हरियाणा से 15025, कर्नाटक से 2270, केरल से 2251, महाराष्ट्र से 26,572, पंजाब से 2617 और तेलंगाना से 5777 श्रमिक वापस लाये जा चुके हैं. इसके अलावा अंतर्राज्यीय ट्रेन के माध्यम से 1200 लोग आये हैं. यह सिलसिला लगातार जारी है. अब तक 90 ट्रेनों का रिक्विजिशन भेजा जा चुका है. 15 मई को 9 ट्रेन श्रमिकों को लेकर आएंगी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
चंद्रशेखर आजाद की बढ़ाई गई सुरक्षा, J&K और हरियाणा में मिलेगी CRPF सिक्योरिटी
मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर प्रवासी कामगारों का विरोध-प्रदर्शन, खाने को लेकर किया पथराव
देरी पर परदा डालने की कोशिश... : रेप और हत्या के मामलों पर ममता बनर्जी को केंद्र सरकार का जवाब
Next Article
देरी पर परदा डालने की कोशिश... : रेप और हत्या के मामलों पर ममता बनर्जी को केंद्र सरकार का जवाब
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com