उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुज़फ्फरनगर जिले में एक सरकारी बस ने पैदल अपने घर की ओर जा रहे प्रवासी मजदूरों को कुचल दिया. इस हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई है जबकि चार लोग घायल हुए हैं. घायलों में दो की हालत गंभीर बतायी जा रही है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि मजदूरों की जिंदगी इतनी सस्ती क्यों हैं?
अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद अपने ट्वीट में कहा, "उप्र के मुजफ्फरनगर बस हादसे में प्रवासी मज़दूरों की दर्दनाक मौत पर गहरा दुख. श्रद्धांजलि! पहले ट्रेन और अब बस हादसा, मज़दूरों की ज़िंदगी इतनी सस्ती क्यों. ‘वंदे भारत मिशन' में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती. इतना ऊपर भी उड़ना ठीक नहीं कि ज़मीन की सच्चाई की उपेक्षा हो जाए."
उप्र के मुजफ्फरनगर बस हादसे में प्रवासी मज़दूरों की दर्दनाक मौत पर गहरा दुख. श्रद्धांजलि!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 14, 2020
पहले ट्रेन और अब बस हादसा, मज़दूरों की ज़िंदगी इतनी सस्ती क्यों. ‘वंदे भारत मिशन' में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती. इतना ऊपर भी उड़ना ठीक नहीं कि ज़मीन की सच्चाई की उपेक्षा हो जाए.
मुजफ्फरनगर घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक शीर्ष अधिकारी को इस दुर्घटना की परिस्थितियों के बारे में जांच करने का आदेश दिया है. साथ ही हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने जबकि घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है. बस के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बता दें कि यूपी के मुज़फ्फरनगर जिले में एक सड़क हादसे में 6 प्रवासी मज़दूरों की मौत हो गई है और 4 गंभीर रूप से घायल हैं. हादसे का शिकार सभी मज़दूर पंजाब में मजदूरी करते थे. वे वहां से पैदल ही बिहार के गोपालगंज जा रहे थे. रात के अंधेरे में गुज़र रही रोडवेज की एक खाली बस ने उन्हें कुचल दिया. इन्हें अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर्स ने 6 को मृत घोषित कर दिया. 4 घायलों में 2 कई हालात ज़्यादा गंभीर थी जिन्हें मेरठ मेडिकल कॉलेज इलाज के लिये भेजा गया.
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