विज्ञापन
This Article is From Oct 18, 2018

#MeToo : सरकारी वेबसाइट से हटाया गया एमजे अकबर का नाम, इस्तीफे के बाद भी नाम होने पर उठे थे सवाल

#MeToo मुहिम के तहत यौन शोषण में फंसने के बाद इस्तीफा देने वाले एमजे अकबर(M J Akbar) का नाम आखिरकार भारत सरकार की वेबसाइट से हटा दिया गया.

#MeToo : सरकारी वेबसाइट से हटाया गया एमजे अकबर का नाम, इस्तीफे के बाद भी नाम होने पर उठे थे सवाल
पूर्व विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की फाइल फोटो.
नई दिल्ली: #MeToo मुहिम के तहत यौन शोषण में फंसने के बाद आखिरकार एमजे अकबर(M J Akbar) ने बुधवार को विदेश राज्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. उनका इस्तीफा राष्ट्रपति ने उसी दिन स्वीकार भी कर लिया . मगर एक दिन बाद गुरुवार को भी एमजे अकबर का नाम और तस्वीर भारत सरकार की वेबसाइट(www.india.gov.in ) पर मंत्रियों की सूची में  दर्ज रहा. दोपहर एक बजे एनडीटीवी ने वेबसाइट और एमजे अकबर के ट्विटर एकाउंट का मुआयना कर इस बाबत रिपोर्ट की. देखने में आया कि इस्तीफा स्वीकार होने के बाद भी एमजे अकबर ने ट्विटर एकाउंट @mjakbar पर अपनी प्रोफाइल से केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री( Minister of State for External Affairs, Govt of India) का पदनाम नहीं हटाया. जबकि उससे 19 घंटे पहले इसी अकाउंट पर उन्होंने अपना इस्तीफे से जुड़ी सूचना भी दे रखी है. एनडीटीवी की खबर वायरल होने के कुछ समय के बाद सरकारी वेबसाइट पर मंत्रियों की प्रोफाइल लिस्ट से एमजे अकबर का नाम हटा दिया गया.
 
mpv8ik4g

इस्तीफा स्वीकार होने के एक दिन बाद भी ट्विटर पर विदेश राज्यमंत्री बने हैं एमजे अकबर



इस्तीफे पर अकबर सहित जानिए किसने क्या बोला
एमजे अकबर (MJ Akbar) ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
 
gtq12g6o

https://www.india.gov.in वेबसाइट पर मंत्रियों की सूची में इस्तीफे के बाद भी दर्ज है एमजे अकबर का नाम


पत्रकार प्रिया रमानी ने अकबर के इस्तीफ़े का स्वागत करते हुए कहा कि महिला होने के नाते, अकबर के इस्तीफ़े से, हमें लगता है, हमारा पक्ष सही साबित हुआ. अब मुझे उस दिन का इंतज़ार है जब मुझे भी अदालत से इंसाफ़ मिलेगा. महिला पत्रकार प्रिया रमानी ने ही अकबर के खिलाफ सबसे पहले यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. बता दें कि एमजे अकबर ने भी प्रिया रमानी के ख़िलाफ़ मानहानि का केस किया है. इस मामले में गुरुवार को सुनवाई होनी है. 


उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने अकबर के इस्तीफे का स्वागत किया है. महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आखिरकार सरकार ने महिलाओं की आवाज सुनी. मुझे इसकी उम्मीद थी. वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष (DCW) स्वाति मालिवाल ने कहा कि आखिरकर एमजे अकबर ने इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे में इतने समय तक देरी के लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए. इस्तीफे का क्रेडिट न तो अकबर को जाना चाहिए और नहीं केंद्र सरकार को, क्योंकि यह इस्तीफा मीटू अभियान के दबाव के बाद हुआ है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com