एमसीएक्स के प्रबंध निदेशक जिग्नेश शाह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उपभोक्ता जिंसों में वायदा कारोबार की सुविधा देने वाले मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने कहा है कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जो भी जानकारी और दस्तावेज मांगे थे वह सब उपलब्ध करा दिये गये हैं. सीबीआई ने एमसीएक्स के पूर्व प्रबंध निदेशक जिग्नेश शाह, वायदा बाजार आयोग के चार पूर्व चेयरपर्सन तथा अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. यह मामला 2003 में एमसीएक्स को राष्ट्रीय एक्सचेंज का दर्जा दिये जाने में कथित गड़बड़ी से जुड़ा है.
बीएसई को भेजी सूचना में एमसीएक्स में कहा है, ‘सीबीआई ने कंपनी से जो जानकारी और दस्तावेज मांगे थे वह उपलब्ध करा दिये गये हैं.
सीबीआई ने जिग्नेश शाह के खिलाफ नया मामला दर्ज किया
आरोप है कि इन लोगों ने मल्टी कमोडिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड( एमसीएक्स) द्वारा तय मानक पूरे नहीं किये जाने के बावजूद उसे राष्ट्रव्यापी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज का दर्जा दिया. शाह के खिलाफ सीबीआई पहले ही विभिन्न मामलों में जांच कर रही है.
VIDEO: कार्ति चिदंबरम को हाई कोर्ट से मिली अंतरिम राहत
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीएसई को भेजी सूचना में एमसीएक्स में कहा है, ‘सीबीआई ने कंपनी से जो जानकारी और दस्तावेज मांगे थे वह उपलब्ध करा दिये गये हैं.
सीबीआई ने जिग्नेश शाह के खिलाफ नया मामला दर्ज किया
आरोप है कि इन लोगों ने मल्टी कमोडिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड( एमसीएक्स) द्वारा तय मानक पूरे नहीं किये जाने के बावजूद उसे राष्ट्रव्यापी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज का दर्जा दिया. शाह के खिलाफ सीबीआई पहले ही विभिन्न मामलों में जांच कर रही है.
VIDEO: कार्ति चिदंबरम को हाई कोर्ट से मिली अंतरिम राहत
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)