महाराष्ट्र में प्रोटेम स्पीकर बदले जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने Congress-NCP और शिवसेना पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि गुप्त रूप से सदन को क्यों बुलाया जा रहा है. नियमों के खिलाफ प्रोटेम स्पीकर को क्यों बदला जा रहा है. अभी तक विधायकों पर क्यों शक किया जा रहा है? विधायकों को अभी तक क्यों छिपाया जा रहा है? आपको बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर निशाना साधा है. उन्होंने आगे कहा कि पहली कैबिनेट में नई सरकार ने किसानों को मदद करने को लेकर चर्चा करने के बजाए इस बात पर मंत्रणा की गई कि सबकी नजरों से बचाकर बहुमत साबित किया जाए. क्या इस सरकार के पास बहुमत है तो गुप्त रूप से सदन को क्यों बुलाया गया है. आपको बता दें कि एनसीपी के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थायी (प्रोटेम) अध्यक्ष नियुक्त किया गया. वह बीजेपी के कालिदास कोलंबकर की जगह लेंगे जिन्हें विधायकों को शपथ दिलाने के दौरान पूर्व में अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. पाटिल पूर्व में भी विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं.
In the first Cabinet Meeting of new government, yesterday, they chose to discuss how to prove majority secretly, instead of discussing on how assistance & relief can be given to farmers suffering from unseasonal rains.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 29, 2019
If this government has majority...
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई. इसके बाद कई दौर की बैठकों के बाद Congress-NCP और शिवसेना ने फैसला किया कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई में सरकार बनाई जाए और शनिवार को तीनों दल राजभवन जाकर दावा पेश करने वाले थे. लेकिन बीजेपी ने रात में ही अजित पवार से मिलकर बाजी पलट दी और सुबह 8 बजे ही सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ले ली उनके साथ अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए.
.. then why are they secretly calling the house?
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 29, 2019
Why efforts to change the Pro-tem Speaker, going against the rules? Why still doubt your own MLAs so much?
Why are they still hiding them?
मामला सुप्री कोर्ट पहुंच गया जहां फडणवीस को विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश मिला. बहुमत साबित करने की नौबत आती कि इससे पहले ही अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और एनसीपी में वापस लौट गए. इसके बाद कुछ देर बाद ही देवेंद्र फडणवीस ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया. फिलहाल अब राज्य में Congress-NCP और शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार है और सीएम उद्धव ठाकरे को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है. (इनपुट भाषा से भी)
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