नई दिल्ली:
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के युवा कमांडो लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह को गणतंत्र दिवस पर गुरुवार को शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
नवदीप के पिता सुबेदार मेजर जोगिंदर सिंह ने यहां राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान प्राप्त किया। इस मौके पर नवदीप की मां दर्शक दीर्घा में अपने आंसू नहीं रोक सकीं।
नवदीप को पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर पिछले साल तैनात किया गया था। 20 अगस्त को आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले पर जवाबी कार्रवाई में उन्होंने चार आतंकवादियों को मार गिराया था। इस क्रम में वह अपने सहयोगी जवान को बचाने में भी कामयाब रहे। उसे सुरक्षित बाहर निकालने के बाद वह तब तक गोली चलाते रहे, जब तक कि खुद अचेत नहीं हो गए।
नवदीप के पिता सुबेदार मेजर जोगिंदर सिंह ने यहां राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान प्राप्त किया। इस मौके पर नवदीप की मां दर्शक दीर्घा में अपने आंसू नहीं रोक सकीं।
नवदीप को पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर पिछले साल तैनात किया गया था। 20 अगस्त को आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले पर जवाबी कार्रवाई में उन्होंने चार आतंकवादियों को मार गिराया था। इस क्रम में वह अपने सहयोगी जवान को बचाने में भी कामयाब रहे। उसे सुरक्षित बाहर निकालने के बाद वह तब तक गोली चलाते रहे, जब तक कि खुद अचेत नहीं हो गए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
Lt Navdeep Singh, Posthumously Awarded, Ashok Chakra, 2012, लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह, मरणोपरांत, अशोक चक्र