देश की विभिन्न वाहन कंपनियों ने अपने संयंत्रों को फिर खोलना शुरू कर दिया है. कोविड-19 लॉकडाउन (बंद) के तीसरे चरण में उद्योगों को सशर्त कारखाने खोलने की छूट दी गई है. इसके मद्देनजर विभिन्न वाहन कंपनियों ने बुधवार को कहा कि उन्होंने कड़े साफ-सफाई प्रबंधों, शरीरिक दूरीके नियमों के अनुपालन और स्थानीय प्रशासन से मंजूरियां लेकर संयंत्रों को दोबारा खोलना शुरू कर दिया. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को अपने डीलरों के लिए नए ‘मानक परिचालन नियम' (एसओपी) जारी किए. इन नए एसओपी के साथ कंपनी ने देशभर में अपने करीब 600 डीलर स्टोर दोबारा खोले हैं. इन नियमों में ग्राहकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी शोरूम में उच्चतम स्तर की साफ-सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है. ग्राहक के शोरूम में घुसने से लेकर उसे वाहन की डिलिवरी तक के सभी पक्षों का ध्यान रखते हुए ये नियम बनाए गए हैं.
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिची आयुकावा ने कहा कि उनके सभी डीलर ज्यादा संपर्क में आने वाली सभी सतहों समेत अन्य स्थानों की उच्च स्तरीय साफ-सफाई और उन्हें कीटाणुमुक्त बनाना सुनिश्चित कर रहे हैं. मारुति सुजुकी की प्रतिद्वंदी हुंदै मोटर इंडिया ने भी बुधवार को विभिन्न राज्यों में अपने 250 डीलर स्टोर को दोबारा खोल दिया. वहीं 250 से अधिक वर्कशॉप (सर्विस सेंटर) ने भी काम शुरू कर दिया है. जल्द ही वाहनों की आपूर्ति शुरू हो जाएगी. कंपनी के बिक्री एवं विपणन निदेशक तरुण गर्ग ने कहा, ‘हमने एक शुरूआत की है और आगे बढ़ रहे हैं. देखते हैं कि प्रगति कैसी रहती है. हम शोरूमों पर सभी एहतियात बरत रहे हैं.' कंपनी ने पूर्वोत्तर, केरल, कर्नाटक और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में अपने स्टोर खोले हैं.
लक्जरी कार कंपनी मर्सडीज-बेंज ने भी महाराष्ट्र सरकार के दिशानिर्देशानुसार पुणे के चाकन स्थित अपना संयंत्र दोबारा शुरू करने की घोषणा की. संयंत्र में कंपनी उत्पादन को चरणबद्ध तरीके से शुरू करेगी जिसे आने वाले हफ्तों में तेज किया जाएगा. यूटिलिटी वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी इसूजू मोटर्स इंडिया ने भी आंध्र प्रदेश के श्रीसिटी में अपना संयंत्र दोबारा शुरू करने लिए स्थानीय प्रशासन से अनुमति प्राप्त कर ली है. उल्लेखनीय है कि सरकार ने कड़े साफ-सफाई और सामुदायिक दूरी नियमों के अनुपालन के साथ ग्रामीण इलाकों और नगर निकायों की सीमा से बाहर संयंत्रों को 17 मई तक लॉकडाउन में भी परिचालन की अनुमति दी है. इसके लिए राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन पर अंतिम निर्णय लेने का जिम्मा छोडा गया है.
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हालांकि इस बीच सेडान कार श्रेणी में अहम दखल रखने वाली कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड ने कहा कि पर्याप्त कार्यबल की कमी के चलते उसे अपने दो संयंत्रों को दोबारा शुरू करने में दिक्कत आ रही है. जबकि कंपनी देशभर में डीलर स्टोर फिर खुलने लगे हैं. कंपनी अगले हफ्ते से अपने राजस्थान स्थित टापुकड़ा संयंत्र के पुन:आरंभ पर विचार कर रही है. कंपनी के बिक्री एवं विपणन निदेशक और वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि एक शिफ्ट में काम कराने और निचले स्तर पर भी उत्पादन शुरू करने के लिए हमें अनिवार्य संख्या में कार्यबल चाहिए जो धारूहेड़ा, रेवाड़ी के आसपास के इलाकों में रहता है. इसलिए हमें संयंत्र का परिचालन दोबारा शुरू करने में दिक्कत आ रही है. वहीं ग्रेटर नोएडा के संयंत्र को कंपनी अनिवार्य अनुमतियां मिलने के बाद शुरू करेगी.
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आयशर मोटर्स की दोपहिया वाहन इकाई रॉयल एनफील्ड ने भी बुधवार से अपने तमिलनाडु के ओरागदम संयंत्र को फिर शुरू कर दिया. शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक कंपनी अपने चेन्नई के निकट स्थित तिरुवोट्टियुर और वल्लम वडगल संयंत्रों को चरणबद्ध तरीके से खोलेगी. कंपनी ने न्यूनतम कर्मचारियां के साथ एक ही शिफ्ट का काम चालू किया है. हालांकि कंपनी ने स्पष्ट किया कि उसके हरियाणा के गुरुग्राम स्थित कॉरपोरेट कार्यालय और ब्रिटेन का तकनीकी केंद्र बंद रहेगा. कर्मचारी ‘घर से कार्य' करते रहेंगे. अन्य दोपहिया वाहन कंपनी टीवीएस मोटर कंपनी ने कहा कि उसने अपने सभी भारतीय संयंत्रों को दोबारा शुरू कर दिया है. इसमें होसुर, मैसूर और नालागढ़ के संयंत्र शामिल हैं. कंपनी का एक विनिर्माण संयंत्र इंडोनेशिया में भी है. टायर बनाने वाली प्रमुख कंपनी एमआरएफ ने भी अपना परिचालन आंशिक तौर पर शुरू कर दिया है.
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