खास बातें
- निचले असम में टकराव के लिए बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन पर दोष मढ़ते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि घुसपैठियों की समस्या को लेकर सरकार के उदासीन रवैये की वजह से मूल निवासी समुदाय खुद को खतरे में महसूस कर रहे हैं।
गुवाहाटी: निचले असम में टकराव के लिए बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन पर दोष मढ़ते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि घुसपैठियों की समस्या को लेकर सरकार के उदासीन रवैये की वजह से मूल निवासी समुदाय खुद को खतरे में महसूस कर रहे हैं।
आडवाणी ने कहा, आज की स्थिति का मुख्य कारण यह है कि लक्षण पता चलने के बाद भी स्थिति से निपटने में विलंब किया गया। उन्होंने कहा, असली कारण का पता लगाने के लिए आत्मावलोकन करना होगा और असली कारण बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर अवैध प्रवास का मुद्दा है। उच्चतम न्यायालय तक ने इसे गंभीरता से लिया है।
हिंसाग्रस्त कोकराझार जिले के दौरे पर सोमवार को गए भाजपा नेता ने कहा, असम में हुई हालिया घटनाएं पूरे देश के माथे पर एक धब्बा हैं। उन्होंने कहा, मैं कल कोकराझार गया। मैं कह सकता हूं कि इतनी अधिक संख्या में लोगों का बेघर होना बेहद निराशाजनक है। जम्मू-कश्मीर में हालात से तुलना करते हुए आडवाणी ने उम्मीद जताई कि आतंकवाद के शिकार कश्मीरी पंडितों की तरह अब अपने ही देश में और कोई भी समुदाय शरणार्थी नहीं होगा। भाजपा नेता ने कहा कि वर्तमान हिंसा को सिर्फ सामुदायिक या मूलनिवासियों का टकराव नहीं कहा जा सकता।