नई दिल्ली:
आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दोतरफा घिरती दिख रही है। ललित मोदी का कहना है कि साल 2011 में जब वह ब्रिटेन में प्रवास बढ़ाना था, तब राजे ने मामले को गोपणीय बनाए रखने की शर्त उनकी इमीग्रेशन अर्ज़ी का समर्थन किया था। हालांकि इस मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री का कहना है कि जिन दस्तावेजों की बात हो रही है, उनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
वहीं वुसंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुई बिजनेस डील इस बीजेपी नेता के लिए ज्यादा मुसीबत का सबब बन सकती है।
एनडीटीवी को मिले दस्तावेज बताते हैं कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर मोदी और उनकी पत्नी ने साल 2013 में घोषित किया था कि उनके पास दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल प्राइवेट लिमीटेड के 10 रुपये कीमत वाले करीब 6,000 शेयर हैं। इन शेयरों के उन्होंने करीब 96 हजार रुपए प्रति शेयर चुकाए थे। इसके अलावा मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को बिना किसी गारंटी के 11 करोड़ रुपये का लोन दिया था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है।
हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।
दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।'
उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'
वहीं वुसंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुई बिजनेस डील इस बीजेपी नेता के लिए ज्यादा मुसीबत का सबब बन सकती है।
एनडीटीवी को मिले दस्तावेज बताते हैं कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर मोदी और उनकी पत्नी ने साल 2013 में घोषित किया था कि उनके पास दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल प्राइवेट लिमीटेड के 10 रुपये कीमत वाले करीब 6,000 शेयर हैं। इन शेयरों के उन्होंने करीब 96 हजार रुपए प्रति शेयर चुकाए थे। इसके अलावा मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को बिना किसी गारंटी के 11 करोड़ रुपये का लोन दिया था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है।
हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।
दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।'
उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'
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