इलाहाबाद:
प्रयाग में पौष पूर्णिमा के दिन महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के अवसर पर बड़ी संख्या में नागा, साधु-संत और देश-विदेश से आए श्रद्घालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पवित्र संगम में डुबकी लगा रहे हैं।
संगम के सभी 18 घाट 'हर-हर गंगे' और 'जय गंगा मैया' के नारों से गुंजायमान हैं। तड़के तीन बजे से श्रद्घालुओं के घाटों पर पहुंचने और स्नान करने का सिलसिला जारी है। इलाहाबाद मंडल के मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह 10 बजे तक करीब 25 लाख श्रद्घालु स्नान कर चुके हैं। शाम तक 70 लाख से अधिक श्रद्घालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है।
पौष पूर्णिमा के शाही स्नान के साथ आज कल्पवास की शुरुआत हो गई है। अगले एक महीने तक देश-विदेश के श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करके जप-तप करेंगे। दूसरे शाही स्नान पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी।
संगम के सभी 18 घाट 'हर-हर गंगे' और 'जय गंगा मैया' के नारों से गुंजायमान हैं। तड़के तीन बजे से श्रद्घालुओं के घाटों पर पहुंचने और स्नान करने का सिलसिला जारी है। इलाहाबाद मंडल के मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह 10 बजे तक करीब 25 लाख श्रद्घालु स्नान कर चुके हैं। शाम तक 70 लाख से अधिक श्रद्घालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है।
पौष पूर्णिमा के शाही स्नान के साथ आज कल्पवास की शुरुआत हो गई है। अगले एक महीने तक देश-विदेश के श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करके जप-तप करेंगे। दूसरे शाही स्नान पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी।
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