पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) से सोमवार को भारतीय अधिकारी ने मुलाकात की. कूलभूषण जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है. पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव का कॉन्स्यूलर एक्सेस दिया है, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया. बता दें, 2017 में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद यह पहली बार है जब कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को कॉन्स्यूलर एक्सेस दिया जाएगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि जाधव (49) को 'राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन, अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) के फैसले और पाकिस्तान के कानूनों के अनुरूप' राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराई जा रही है.
भारत ने पाकिस्तान के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए उम्मीद जतायी थी कि इस्लामाबाद उचित माहौल सुनिश्चित करेगा, ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष और सार्थक मुलाकात हो सके. यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हैं. भारतीय नागरिक जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं जहां उन्हें पड़ोसी देश ने 2017 में मौत की सजा सुनाई थी.
Govt Sources: India's Charge d'affaires Gaurav Ahluwalia, will be meeting #KulbhushanJadhav. We hope that Pakistan will ensure right atmosphere so that the meeting is free, fair, meaningful and effective in keeping with the letter and spirit of the ICJ's orders. https://t.co/O8fJTjJ8S9
— ANI (@ANI) September 2, 2019
कुलभूषण जाधव को कॉन्स्यूलर एक्सेस देने को तैयार हुआ पाकिस्तान, लेकिन लगाई 2 शर्तें
सूत्रों ने बताया कि भारत पिछले तीन वर्षों से कुलभूषण जाधव के लिये राजनयिक पहुंच सुलभ कराने की मांग करता रहा है. राजनयिक पहुंच सुलभ कराने से पाकिस्तान के इंकार के विषय को भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उठाया गया. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने भारत के पक्ष में सर्वसम्मति से निर्णय सुनाया.
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