यह ख़बर 29 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

कभी भी शुरू हो सकती है कुडनकुलम संयंत्र की पहली इकाई : चिदंबरम

खास बातें

  • चिदंबरम ने आईएसआई में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) के परमाणु ऊर्जा निगम द्वारा कराए गए परीक्षणों से संतुष्ट होने के बाद कभी भी परमाणु संयंत्र का पहला चरण चालू हो सकता है।’’
कोलकाता:

सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार आर चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु संयंत्र का पहला चरण कभी भी शुरू हो सकता है।

चिदंबरम ने भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) के परमाणु ऊर्जा निगम द्वारा कराए गए परीक्षणों से संतुष्ट होने के बाद कभी भी परमाणु संयंत्र का पहला चरण चालू हो सकता है।’’

उन्होंने इस आशंका को दूर करने का प्रयास किया कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र असुरक्षित हैं। 1974 के पोखरण परमाणु परीक्षण से जुड़े रहे परमाणु वैज्ञानिक चिदंबरम ने कहा कि भारत का सुरक्षा रिकॉर्ड साफ-सुथरा रहा है।

चिदंबरम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से लाखों जीवन प्रभावित होता है और परमाणु ऊर्जा कार्बन डायऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने का अच्छा विकल्प है।

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उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों में अभी 66 परमाणु रिएक्टरों का निर्माण हो रहा है और इनमें से सात भारत में हैं।