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This Article is From Jan 27, 2021

Kisan Protest: सिंघू बॉर्डर पर किसान नेता आज होंगे इकट्ठे, कहा- शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहेगा आंदोलन, 7 बड़ी बातें

Farmers Protest: गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ओर से निकाली गई ट्रैक्‍टर रैली ने मंगलवार को झड़प का रूप ले लिया था. इसमें 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक- इस घटना को लेकर 22 केस दर्ज किए गए हैं.सिंघु बॉर्डर पर आज किसान नेता इकट्ठे होंगे. प्वाइंट्स में जानें मामला

Kisan Protest: सिंघू बॉर्डर पर किसान नेता आज होंगे इकट्ठे, कहा- शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहेगा आंदोलन, 7 बड़ी बातें
Kisan Protest: सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता आज करेंगे किसानों को संबोधित
  1. आज सिंघू बार्डर पर पंजाब के सारे किसान नेता 10 बजे इकट्ठा होंगे. स्टेज से सारे किसान नेता किसानों को संबोधित करेंगे. उसके बाद किसान नेताओं की अहम बैठक होगी. किसान आंदोलन दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर शांतिपूर्ण तरीक़े से चलता रहेगा. वही मंगलवार को किसानों ने दिल्‍ली के कई स्‍थानों पर जमकर बवाल काटा और पुलिस से उनकी झड़प हुई. हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्‍तेमाल किया.
  2. किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हमने पहले ही ऐलान किया था कि हम आउटर रिंग रोड पर जाएंगे . संयुक्त किसान मोर्चे ने भी पहले यही ऐलान किया था . बाद में संयुक्त किसान मोर्चा पीछे हटा .हमने पुलिस के रोकने के बाद बैरीकेड तोड़े . हम तो पुलिस से कह रहे थे कि हम शांतिपूर्ण तरीक़े से आउटर रिंग रोड जाएंगे . लाल क़िले पर जाने के हम ज़िम्मेदार नहीं . लाल क़िले पर दीप सिद्धू गया . लाल किले पर जो हुआ उसका ज़िम्मेदार दीप सिद्धू है. दीप सिद्धू को पुलिस ने क्यों नहीं रोका लाल किले पर . दीप सिद्धू सरकार का आदमी है . हम आउटर रिंग रोड से वापस आ गए थे . पुलिस का जांच में सहयोग करेंगे . संयुक्त किसान मोर्चे से बात करूंगा . लाल किले पर जो हुआ उसका ज़िम्मेदार मैं नहीं हूं.
  3. कृषि कानूनों के खिलाफ करीब दो माह से दिल्‍ली में मोर्चे पर डटे किसानों की ओर से मंगलवार को निकाली गई रैली के दौरान ट्रैक्‍टर हादसे में एक किसान की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस ने किसानों को राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद निर्धारित मार्गों पर ट्रैक्टर परेड की इजाजत दी थी, लेकिन उस समय अफरातफरी की स्थित पैदा हो गई जब किसान मध्य दिल्ली की ओर जाने पर अड़ गए. किसानों ने तय समय से पहले ही परेड शुरू कर दी और मध्य दिल्ली के ITO पहुंच गए और लुटियन दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश करने लगे. प्रदर्शनकारी डंडे लिए हुए थे और आईटीओ पर वे पुलिस के साथ भिड़ गए. ट्रैक्टर रैली को लेकर सेंट्रल दिल्ली में घुस चुके किसान लाल किले तक पहुंच गए थे और यहां पर कुछ प्रदर्शनकारियों को दूसरा झंडा फहराते हुए देखा गया. 
  4. सूत्रों के मुताबिक- गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा को लेकर अब तक कुल 22 केस दर्ज. एफआईआर में कई किसान नेताओं का ज़िक्र.
  5. दिल्ली पुलिस इस मामले में साज़िश को लेकर भी एफआईआर दर्ज करेगी. हिंसा के पीछे जो लोग हैं उनका पता लगाया जाएगा. क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल को सौंपी जाएगी जांच.
  6. दिल्ली में मेट्रो सेवाएं सामान्य रूप से चल रही  हैं. लाल किला पर भारी फोर्स तैनात है.
  7. किसान परेड के दौरान हिंसा, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शकारियों द्वारा दूसरा झंडा फ़हराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबड़े को पत्र लिखकर स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है.  विनीत जिंदल ने पत्र में लिखा कि लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शकारियों द्वारा दूसरा झंडा लगाना राष्ट्रीय झंडे का अपमान है. पत्र में मांग की गई है कि दूसरा झंडा फ़हराने, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने वाले प्रदर्शकारियों पर करवाई की जाए.

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